दिल्ली के एक-चौथाई मतदान परिसर संवेदनशील

नई दिल्ली : दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए करीब एक-चौथाई मतदान परिसरों को दिल्ली चुनाव आयोग ने ‘संवेदनशील’ चिह्नित किया है और यहां अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत होगी। संवेदनशील मतदान परिसरों की संख्या इस बार पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में दोगुने से ज्यादा हो गयी है।

2008 में इस तरह के 264 संवेदनशील परिसर थे लेकिन इस बार 634 परिसरों की पहचान संवेदनशील के तौर पर की गयी है। दिल्ली चुनाव आयोग द्वारा प्रदान किये गये आंकड़ों के अनुसार 501 मतदान परिसरों की पहचान ‘कम संवेदनशील’ के तौर पर की गयी है और बाकी 133 परिसरों को ‘अति संवेदनशील’ बताया गया है। पिछले चुनावों में 224 परिसर ‘कम संवेदनशील’ और 40 ‘अति संवेदनशील’ थे। इस बार 70 विधानसभा सीटों के लिए 2,603 मतदान परिसरों में 11,763 मतदान केंद्र हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के मतदान परिसरों की संख्या चुनाव की तारीख पास आने तक और बढ़ सकती है। अधिकारियों ने कहा कि चुनाव परिसरों की संवेदनशीलता पर लगातार नजर रखी जाती है।

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय देव ने कहा, ‘यह एक सतत प्रक्रिया है और दैनिक आधार पर अधिकारियों द्वारा यह काम किया जाता है। संवेदनशील क्षेत्र चिह्नित करने के मानकों में राजनीतिक हलचल, पिछले चुनाव में मतदान का प्रतिशत, जाति या अन्य इससे संबंधित मुद्दे आदि हैं।

देव ने कहा कि संवेदनशील मतदान परिसरों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की मदद से विशेष बंदोबस्त किये जाएंगे। देव ने कहा कि जहां तक सुरक्षा व्यवस्था की बात है तो शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए दिल्ली पुलिस के 35,000 जवानों, 11,788 होमगाडोर्ं और 82,000 प्रशासनिक कर्मचारियों को लगाया जाएगा। चुनाव आयोग ने उड़नदस्तों, प्रवर्तन दलों और वीडियो निगरानी दलों का गठन किया है। इसके अलावा राजनीतिक दलों द्वारा अवैध तरीके से शराब बांटे जाने पर रोक लगाने के लिए भी कदम उठाये जाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 13, 2013, 16:29

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