Last Updated: Tuesday, December 10, 2013, 13:23
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : दिल्ली में सरकार बनने को लेकर अनिश्चितता का माहौल कायम है। ‘आप’ पार्टी का कहना है कि वह सरकार बनाने के लिए न तो समर्थन लेगी और न ही भाजपा को समर्थन देगी। इन सबके बीच कांग्रेस ने एक बयान देकर राजनीतिक सरगर्मी और बढ़ा दी है। कांग्रेस नेता शकील अहमद ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता ‘आप’ को समर्थन देने के पक्ष में हैं।
शकील ने कहा, ‘पार्टी के कुछ नेता आप पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने के पक्ष में हैं लेकिन यह केवल राय है। समर्थन के बारे में अंतिम निर्णय विधायकों से बात करने के बाद लिया जाएगा।’
वहीं, ‘आप’ पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि वह दिल्ली में सरकार बनाने के लिए न तो किसी पार्टी का समर्थन लेंगे और न ही अपना समर्थन किसी को देंगे।
केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली में कांग्रेस और भाजपा दोनों को मिलकर सरकार बना लेना चाहिए। भाजपा को सरकार बनाने की पहल करनी चाहिए क्योंकि वह चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।’
इसके पहले, ‘आप’ पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने कहा कि ‘आप’ पार्टी को भाजपा को सशर्त समर्थन करना चाहिए। हालांकि, बाद में वह अपने बयान से पलट गए।
First Published: Tuesday, December 10, 2013, 13:23