Last Updated: Monday, October 28, 2013, 00:27
इंदौर : भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दादी, पिता और मां नहीं बल्कि राज्य की साढ़े सात करोड़ जनता मेरा परिवार है।
जनआशीर्वाद यात्रा के तहत रविवार को इंदौर में चौहान ने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी दादी, अपने पिता और अपनी मां की बात करते हैं, उनके लिए एक परिवार होगा लेकिन मेरे लिए प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता ही परिवार है। उनके विकास, समृद्धि की चिंता करता हूं। जनता ही मेरे लिए भगवान है और भगवान की पूजा-आराधना करना मेरा कर्तव्य है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस मुझे घोषणावीर कहती है, मैं आज गर्व से कह सकता हूं कि वीर ही तो घोषणा करते हैं। मेरे द्वारा प्रदेश में चलाई गई सर्वांगीण विकास की योजनाएं इसकी बानगी है और उन योजनाओं का पूर्णत: क्रियान्वयन करना सदैव मेरा लक्ष्य रहा है।
चौहान ने कांग्रेस के शासनकाल की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में 2003 की तुलना में भाजपा सरकार ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। सड़क, पानी, बिजली के क्षेत्र में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है, जिससे प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय ही नहीं बढ़ी समाज में आर्थिक बदलाव भी आया है, जिन्दगी में सुकून मिला है। विकास दर में वृद्धि और कृषि विकास दर में इजाफा हुआ है।
चैहान ने कहा कि कांग्रेस दिशाहीन है। उसके नेतृत्व में संप्रग सरकार ने देश का कबाड़ा कर दिया है। बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार, सीमाओं की असुरक्षा कांग्रेस की असफलता का प्रतीक है। चौहान ने कहा कि गरीब से गरीब परिवार गरिमा के साथ जीवन जिए इसके लिए सभी संभव प्रयास किए गए हैं। भोजन और आवास की व्यवस्था की गई है। रोटी, कपड़ा, मकान और पढ़ाई-लिखाई, दवाई के लिये भाजपा सरकार ने ईमानदारी से प्रयास किये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावी मौसम है, कांग्रेस भी आपके द्वार पर वोट मांगने आएगी, अनर्गल प्रलाप करेगी, असत्य आरोप लगाएगी और जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम करेगी। उन्होंने कांग्रेस के लोगों से कहा कि मैदान में आएं, विषयों पर बात करें। 2003 के पहले और 2003 के बाद हुए विकास के मुद्दों खेती, किसान, सिंचाई, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं अन्य विषयों पर चर्चा करें, कांग्रेस के लोग तो इन बातों पर बात करने के लिए तैयार ही नहीं हैं वे अंतर्कलह से त्रस्त हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 28, 2013, 00:27