Last Updated: Thursday, October 17, 2013, 15:37
इंदौर : मध्यप्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर निर्वाचन आयोग के नोटिस का सामना कर रहे उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने माना कि उनके विवादित बयान में कुछ शब्द गलत थे। उन्होंने कहा कि अगर आयोग को उनके ये शब्द आपत्तिजनक लग रहे हैं, तो वह इन्हें वापस ले लेंगे।
विजयवर्गीय ने कल देर रात यहां संवाददाताओं से कहा, ‘चुनाव आचार संहिता को ठोकर मारने के शब्द मेरे मुंह से अचानक निकल गये थे। अब मुझे भी ये शब्द आपत्तिजनक लग रहे हैं। अगर निर्वाचन आयोग को इन शब्दों पर ऐतराज है, तो मैं इन्हें वापस ले लूंगा।’
उद्योग मंत्री ने 14 अक्तूबर को यहां नंदानगर में एक समुदाय के शस्त्रपूजन कार्यक्रम में दौरान आदर्श आचार संहिता पर विवादित बयान दिया था। इस बयान पर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी करके कल 18 अक्टूबर की शाम पांच बजे तक जवाब तलब किया है। विजयवर्गीय ने अपने बयान में धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर रीति-रिवाजों का पालन करने वाले नेताओं पर आदर्श आचार संहिता को सख्ती से लागू कराये जाने पर खीझ जाहिर की थी। इसके साथ ही, कहा था, ‘वह ऐसी आचार संहिता को ठोकर मारते हैं।’
प्रदेश के उद्योग मंत्री पर एक धार्मिक आयोजन के दौरान नोट बांटने और अन्य कार्यक्रम में उद्योग विभाग का भवन बनाने की घोषणा करके चुनाव आचार संहिता तोड़ने का भी आरोप है। दोनों मामलों में कांग्रेस ने उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग को शिकायत की है।
विजयवर्गीय ने इन शिकायतों पर कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी हार के डर से इस तरह की शिकायतें कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 17, 2013, 15:37