दिल्ली पुलिस से टकराव के मूड में `आप`, शिंदे से मिलेंगे केजरीवाल

दिल्ली पुलिस से टकराव के मूड में `आप`, शिंदे से मिलेंगे केजरीवाल

दिल्ली पुलिस से टकराव के मूड में `आप`, शिंदे से मिलेंगे केजरीवाल नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने कथित असहयोग और सेवा में कोताही के लिए चार पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की अपनी मांग गृह मंत्री के समक्ष उठाने का फैसला किया है।

दिल्ली पुलिस प्रमुख ने चारों अधिकारियों को सजा दिए जाने की उनकी मांग खारिज कर दी है। राज्य सरकार टकराव के मूड में है। ‘आप’ के एक मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि भले ही पुलिस बल उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता पर वह पुलिस को ‘फिक्स’ कर देंगे।

उन्होंने कहा ‘‘शहर में बलात्कार हो रहे हैं, सेक्स और नशीली दवाओं के रैकेट खुलेआम चल रहे हैं लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है।’’ उन्होंने कहा ‘‘हम चुप नहीं बैठेंगे। यह शीला सरकार नहीं है। हम पर सतर्कता का आरोप लग रहा है लेकिन हमारी सरकार बिल्कुल अलग सरकार है।’’ सिसोदिया ने सचिवालय में कहा ‘‘यह सरकार कोई बहाने नहीं बनाएगी कि दिल्ली पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं है, उन्हें अपना दायित्व निर्वाह करना होगा। पुलिस को काम करना होगा। हम पुलिस को ‘फिक्स’ करेंगे, भले ही वह हमारे नियंत्रण में न आती हो।’’

समझा जाता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम इस मुद्दे पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से मुलाकात करेंगे। इससे पहले दिन में केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी राखी बिड़लान, सोमनाथ भारती और मनीष सिसोदिया ने उप राज्यपाल नजीब जंग से उनके आवास पर मुलाकात की। वहां दिल्ली पुलिस के आयुक्त बी एस बस्सी भी उन चार पुलिस अधिकारियों के साथ मौजूद थे जो ‘आप’ के मंत्रियों के कोपभाजन बने हुए हैं।

केजरीवाल और उनके मंत्रियों की उपराज्यपाल के साथ करीब एक घंटे तक मुलाकात चली। उस दौरान केजरीवाल और मंत्रियों ने राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया और तीन थाना प्रभारियों तथा एसीपी को सहयोग करने से कथित इंकार के लिए निलंबित करने की मांग की। उपराज्यपाल ने मामलों की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया। बस्सी ने पुलिस अधिकारियों के निलंबन की मांग ठुकरा दी।

दिल्ली के दो मंत्रियों-भारती और बिड़ला ने पुलिस अधिकारियों पर अलग अलग मामलों में असहयोग का आरोप लगाया। भारती ने आरोप लगाया कि मालवीय नगर पुलिस ने नाईजीरियाई नागरिकों पर छापा मारने के मामले में उन्हें सहयोग नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि खिड़की गांव में ये नाईजीरियाई नागरिक मादक पदार्थों की तस्करी एवं वेश्यावृति में संलिप्त थे।

बिड़ला ने सागरपुर पुलिस पर उस परिवार के सदस्यों को बचाने का आरोप लगाया जिन्होंने दहेज की मांग को लेकर अपनी बहू को कथित रूप से जला डाला। इस भेंट के बाद सिसोदिया ने कहा, ‘‘हम तीन मुद्दों के साथ उपराज्यपाल से मिले। पहला, डेनमार्क की महिला से बलात्कार का मुद्दा, दूसरा, सागरपुर का कांड जहां महिला को उनके ससुरालवालों ने जला डाला और तीसरा खिड़की एक्सटेंशन में भारती की सूचना पर पुलिस का छापा मारने से इनकार।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उपराज्यपाल ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच तय की है लेकिन हमने मांग की कि जांच के दौरान तीन एसएचओ और एसीपी निलंबित किए जाएं। यह मांग पूरी नहीं हुई और हम शाम में गृहमंत्री से मिलने वाले हैं। ’’ केजरीवाल और उनके मंत्री भारती और बिड़ला की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने पर एसीपी भगत सिंह जाखड़ समेत सागरपुर और मालवीय नगर के एसएचओ के निलंबन की मांग कर रहे हैं । उन्होंने डेनमार्क की महिला से सामूहिक बलात्कार कांड के बाद पहाड़गंज के एसएचओ को भी निलंबित करने की मांग की।

सूत्रों के अनुसार बस्सी ने आप मंत्रियों से कहा कि अधिकारियों ने प्रक्रिया का पालन किया लेकिन भारती ने बिना वारंट के मकान पर छापा मारने और शाम के बाद महिलाओं से पूछताछ करने और उन्हें गिरफ्तार करने जैसे गैर कानूनी काम करने को कहा। उधर, सिसोदिया ने यह कहते हुए इस दलील को खारिज कर दिया कि भले उस समय पुलिस के पास वारंट नहीं रहा हो, लेकिन 48 बाद भी वह कुछ नहीं कर पायी। (एजेंसी)

First Published: Friday, January 17, 2014, 17:32

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