मोदी ने गुजरात को कहा अलविदा, आनंदीबेन पटेल होंगी नई मुख्यमंत्री

मोदी ने गुजरात को कहा अलविदा, आनंदीबेन पटेल होंगी नई मुख्यमंत्री

मोदी ने गुजरात को कहा अलविदा, आनंदीबेन पटेल होंगी नई मुख्यमंत्रीज़ी मीडिया ब्यूरो

गांधीनगर : गुजरात की राजस्व मंत्री आनंदीबेन पटेल को आज राज्य भाजपा विधायक दल का नेता चुना लिया गया और वह राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर कामकाज संभालेंगी। इस तरह नरेंद्र मोदी के 12 साल के कार्यकाल का सुखद अंत होगा जो प्रशंसा के साथ विवाद और आलोचनाओं से भी भरा रहा।

73 वर्षीय आनंदीबेन को सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया और वह गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी। गुजरात के कृषि मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासमा ने आनंदीबेन के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका अनुमोदन भाजपा महासचिव अमित शाह समेत अन्य लोगों ने किया। शाह को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा की सफलता का श्रेय दिया जा रहा है।

भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक थावर चंद गहलोत ने मोदी की उपस्थिति में आनंदीबेन के चुनाव की घोषणा की। वह राज्य की 15वीं मुख्यमंत्री बनेंगी। नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में आनंदीबेन भावुक हो गयीं और उनकी आंखें नम हो गयीं। मुख्यमंत्री का पद सौंपने के लिए उन्होंने मोदी तथा अन्य सभी का आभार व्यक्त किया।

आनंदीबेन ने रूंधे हुए गले के साथ कहा, मैं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आभारी हूं कि इस जिम्मेदारी के लिए मुझ जैसी किसान की बेटी को चुना। मैंने खेत में काम करते हुए पढ़ाई की और शिक्षिका बनी। जब मैं भाजपा में शामिल हुई थी तो राजनीति के बारे में कुछ नहीं जानती थी। उन्होंने कहा, महिलाओं के लिए राजनीति में रहना आसान नहीं है। लेकिन अटलजी और आडवाणीजी जैसे भाजपा नेताओं ने हर समय मेरा मार्गदर्शन किया। नरेंद्रभाई ने हमेशा मुझे प्रेरित किया। भाजपा ने हमेशा सुनिश्चित किया कि महिलाओं को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।

मोदी को 21वीं सदी का नेता बताते हुए और उनकी तुलना भगवान कृष्ण से करते हुए आनंदीबेन ने कहा, लोग आपको आने वाले कई साल तक याद रखेंगे। पहली बार कोई मुख्यमंत्री देश का प्रधानमंत्री बन रहा है। जिस तरह भगवान कृष्ण यमुना के तटों को छोड़कर यहां आये थे। आज एक लोक-नायक साबरमती को छोड़कर यमुना के किनारे जा रहा है। मोदी की करीबी आनंदीबेन को स्वाभाविक तौर पर उनका उत्तराधिकारी माना जा रहा था। लोकसभा चुनावों के दौरान राज्य के दिन प्रतिदिन के कामकाज को संभालने वाले मंत्रिसमूह की अगुवाई वही कर रहीं थीं। वह शहरी विकास, राजस्व और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का प्रभार संभाल चुकी हैं।

पूर्व स्कूल शिक्षिका आनंदीबेन पटेल को मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने में भाजपा के सामाजिक तानेबाने को भी ध्यान में रखा गया है क्योंकि वह जिस समुदाय से आती हैं वह राज्य में सबसे बड़ा और सबसे प्रभावी माना जाता है। मोदी ने कैबिनेट में अपनी विश्वस्त सहयोगी रहीं आनंदीबेन की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह अकेली ऐसी मंत्री हैं जिन्होंने लगातार 16 साल तक सेवा की है जिस दौरान उन्होंने करीब 10 विभागों को संभाला है।

उन्होंने कहा, वह पहली मुख्यमंत्री होंगी जो एमएससी में स्वर्ण पदक प्राप्त कर चुकी हैं और राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित हो चुकी हैं। मोदी के मुताबिक, पहली बार गुजरात को महिला मुख्यमंत्री मिली है और मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में अच्छा विकास होगा। इससे पहले मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया जिसके बाद उन्हें भावभीनी विदाई दी गयी।

मोदी आज एक बार फिर भावुक हो गये और उन्होंने कहा कि राज्य से उनके जाने के बाद गुजरात आगे बढ़ेगा। उन्होंने कुछ गलती होने पर विधायकों से माफ करने को भी कहा। लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत पर विपक्षी कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने भी उन्हें बधाई दी और प्रधानमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं।

मोदी ने विधानसभा को भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह हमेशा गुजरात का ध्यान करेंगे। उन्होंने कहा, स्वाभाविक है कि मुझ पर पहला अधिकार गुजरातियों का है। लेकिन इस नयी जिम्मेदारी के साथ मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि अन्य लोगों के साथ अन्याय नहीं हो। मैं सुनिश्चित करूंगा कि गुजरात को भी उसका अधिकार मिले। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Wednesday, May 21, 2014, 15:35

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