बदायूं गैंगरेप-हत्याकांड: इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में सुनवाई आज

बदायूं गैंगरेप-हत्याकांड: इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में सुनवाई आज

बदायूं गैंगरेप-हत्याकांड: इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में सुनवाई आज ज़ी मीडिया ब्‍यूरो

लखनऊ : उत्‍तर प्रदेश के बदायूं जिले में हाल में दो किशोरियों की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले में बुधवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में सुनवाई होगी।

गौर हो कि बदायूं में दो किशोरियों की गैंगरेप के बाद हत्या के मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपे जाने की सिफारिश संबंधी अधिसूचना की प्रति बीते दिनों इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में पेश की गई। इस बीच, याचिकाकर्ता ने भी मृत लड़कियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट समेत मामले की प्राथमिकी की प्रतियां न्यायालय में पेश कीं। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तिथि 11 जून के लिए निर्धारित किया था।

न्यायमूर्ति इम्तियाज मुर्तजा और न्यायमूर्ति राजन रॉय की अवकाशकालीन खंडपीठ के समक्ष इस मामले की सुनवाई के दौरान अपर महाधिवक्ता बुलबुल गोदियाल ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से तीन जून को इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने सम्बन्धी अधिसूचना की प्रति पेश की।

इस बीच, याचिकाकर्ता वकील प्रिंस लेनिन ने इस मामले में दर्ज कराई गई रिपोर्ट समेत मृत किशोरियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतियां भी पेश कीं। अदालत ने गत तीन जून को राज्य सरकार की अपर महाधिवक्ता और याचिकाकर्ता को ये दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिये थे। अदालत ने यह निर्देश ‘वी द पीपुल’ नामक संस्था के महासचिव प्रिंस लेनिन की लंबित जनहित याचिका पर दिये हैं। इसमें मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने, दोषी पाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश देने समेत मृत लड़कियों के परिजन को समुचित सुरक्षा मुहैया कराये जाने के निर्देश देने का आग्रह किया गया है।

उधर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जल्द ही बदायूं बलात्कार और हत्या मामले की जांच अपने हाथ में ले लेगा क्योंकि जांच एजेंसी को इस सिलसिले में उत्तर प्रदेश सरकार का अनुरोध मिल चुका है और अब वह कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से औपचारिक अधिसूचना का इंतजार कर रही है।

इस घटना की देशभर में व्यापक निंदा हुई थी। पुलिस ने अभी तक इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से पांच को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

गौर हो कि दोनों नाबालिग लड़कियां चचेरी बहनें थीं। दोनों की उम्र 14 और 15 वर्ष थी। उनके साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया और बाद में उनकी हत्‍या कर दी गई। वह बदायूं के उसहैत इलाके के एक गांव से 27 मई को लापता हुई थीं और एक दिन बाद उनके शव आम के एक पेड़ से लटके मिले।

First Published: Wednesday, June 11, 2014, 09:19

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