Last Updated: Tuesday, June 10, 2014, 23:25

मंडी (हिमाचल प्रदेश): हैदराबाद के इंजीनियरिंग कॉलेज के 19 छात्रों और एक गाईड की खोज में लगे बचावकर्मियों को मामूली सफलता मिली है । ये छात्र लारजी जल विद्युत परियोजना के जलाशय से अचानक पानी छोड़ने के कारण बह गए थे । राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ने कल तीन लड़कियों सहित पांच छात्रों के शव बरामद किए थे ।
एनडीआरएफ के कमांडिंग अधिकारी जयदीप सिंह ने कहा कि एनडीआरएफ के 84 कर्मियों और 10 गोताखोरों ने ब्यास नदी में दुर्घटनास्थल थलौट एवं पंडोह बांध से खोज अभियान शुरू किया । बचाव अभियान में एक दर्जन नावें, स्थानीय गोताखोरों और राफ्टर्स ने भी एनडीआरएफ दल का सहयोग किया ।
अधिकारियों ने कहा कि पंडोह बांध में जल का स्तर काफी उंचा था लेकिन जल निकासी द्वार को नहीं खोला गया क्योंकि शवों के बह जाने का खतरा था । मंडी के जिलाधिकारी देवेश कुमार ने कहा, ‘डैम अधिकारियों के पास प्रोटोकॉल की प्रणाली है लेकिन मुझे लगता है कि कुछ खामियां हैं.. मैं कहना चाहता हूं कि रास्तों पर पर्याप्त संख्या में साइनबोर्ड की जरूरत है ।’ तेलंगाना के गृह मंत्री नयनी नरसिम्हा रेड्डी ने कहा कि परिजनों का मानना है कि खोज ‘गहराई’ में की जानी चाहिए ।
रेड्डी ने कहा, ‘परिजनों का कहना है कि खोज गहराई में होनी चाहिए । कलेक्टर और प्रशासन के लोग कह रहे हैं कि गहराई में खोजना आसान नहीं है ।’ उन्होंने कहा, ‘बांध का पानी बिना किसी चेतावनी या सायरन के जारी किया गया । बच्चे नदी में तब गए थे जब पानी कम था । पानी अचानक बढ़ गया और वे बह गए ।’
आंध्र प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश में लारजी पनबिजली परियोजना के बांध से पानी अचानक छोड़े जाने से बहे 24 छात्रों के परिजनों को पांच-पांच लाख रूपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अनुग्रह राशि की घोषणा करते हुए कहा कि यह राशि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा घोषित डेढ़ डेढ़ लाख रूपये की अनुग्रह राशि के अतिरिक्त होगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 10, 2014, 23:25