Last Updated: Sunday, October 20, 2013, 23:53
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर नहीं पेश किए जाने से नाराज विजय गोयल ने रविवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के समक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की और इस पद के लिए हर्षवर्धन के नाम को घोषित करने के किसी भी कदम के खिलाफ अपने विरोध का संकेत दिया।
सूत्रों ने बताया कि गोयल ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात की और उन्होंने दिल्ली में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर अपनी दावेदारी यह कहते हुए पेश की कि उन्होंने विगत आठ महीने में भाजपा को मजबूत बनाने के लिए कठोर परिश्रम किया है।
उन्होंने वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने के किसी भी कदम का विरोध किया और कहा कि इस तरह का कदम जमीनी स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को गिराएगा।
सूत्रों ने कहा कि गोयल ने पार्टी नेतृत्व को बताया कि अगर उनकी अनदेखी की गई और हर्षवर्धन को पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया तो उनके लिए समान उत्साह से काम करना मुश्किल होगा। सूत्रों ने कहा कि गोयल ने विगत कई महीने में विभिन्न जनमत सर्वेक्षणों के नतीजों का भी उल्लेख किया और कहा कि सभी सर्वेक्षणों ने उन्हें भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय पसंद बताया है।
गोयल ने मध्य दिल्ली में 11 अशोक रोड पर भाजपा मुख्यालय में पार्टी नेताओं से मुलाकात की जहां उनके कुछ समर्थकों ने इस बात की मांग करते हुए नारेबाजी की कि गोयल को पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए।
गोयल के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को यह समझाने की कोशिश की कि वे जमीनी हकीकतों को समझें और तब मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने पर फैसला करें। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 20, 2013, 23:53