Last Updated: Friday, February 7, 2014, 20:22
ज़ी मीडिया ब्यूरो/आलोक कुमार रावनई दिल्ली : जन लोकपाल विधेयक पर दिल्ली सरकार और उप राज्यपाल के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को उप राज्यपाल नजीब जंग को पत्र लिखा। पत्र में केजरीवाल ने कहा कि जन लोकपाल विधेयक को विधान सभा में पेश करने से पहले केंद्र सरकार की अनुमति की जरूरत नहीं है।
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि संविधान में यह अपरिहार्य नहीं है कि कोई विधेयक पारित करने से पहले केंद्र की मंजूरी ली जाए। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने यह भी पूछा कि यदि प्रत्येक विधेयक पारित करने के लिए केंद्र सरकार की इजाजत जरूरी है तो एक चुनी हुई सरकार की जरूरत क्या है।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली के उप राज्यपाल कांग्रेस पार्टी और केंद्रीय गृह मंत्रालय के दबाव में काम कर रहे हैं। पत्र के मुताबिक केजरीवाल ने कहा, `मुझे पता है कि आप पर गृह मंत्रालय और कांग्रेस पार्टी का दबाव है। आईजीआई स्टेडियम में विधान सभा के विशेष सत्र की अनुमति न देने के लिए वे आप पर दबाव डाल रहे होंगे।` केजरीवाल ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि विधेयक पर कानूनी राय लेने से पहले जंग ने दिल्ली सरकार से परामर्श नहीं किया।
इसके पहले, आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि इस पूरे मामले में लेफ्टिनेंट गवर्नर और सॉलिसिटर जनरल के बीच जो बातचीत हुई है, वह गोपनीय होती है। यह कैसे लीक हुआ है? इसके पीछे राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि `आप` सरकार को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
आशुतोष ने आरोप लगाया कि ले. गवर्नर कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं और दिल्ली की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। आशुतोष ने कहा कि हम उनसे अपील करते हैं कि वो कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम करने बंद करें।
आशुतोष ने कहा कि कांग्रेस-बीजेपी को लगता है कि जितने भी दिन `आप` की सरकार रहेगी, बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के फंसने की गुंजाइश है। कांग्रेस नेता जे पी अग्रवाल ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जो बयान आशुतोष ने दिया है उसे अच्छे शब्दों में कहा जाना चाहिए।
First Published: Friday, February 7, 2014, 18:17