Last Updated: Saturday, December 21, 2013, 16:31
श्रीनगर : कश्मीर घाटी में भीषण ठंड की 40 दिन की अवधि शनिवार सुबह शुरू हो गई जिसे ‘चिल्लई कलां’ कहा जाता है। मौसम विभाग ने दोपहर बाद हिमपात होने की बात कही है।
यहां मौसम कार्यालय की निदेशक सोनम लोटस ने कहा, ‘हम कश्मीर घाटी के गुलमर्ग, सोनमर्ग, शोपियां, कुपवाड़ा और पहलगाम जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में आज दोपहर बाद हल्के से मध्यम स्तर के हिमपात की उम्मीद कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि श्रीनगर में रात के दौरान हल्के हिमपात और फिर बारिश की संभावना है।
श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। बीती रात यह शून्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस कम था। गुलमर्ग में तापमान शून्य से 7.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पिछली रात भी गुलमर्ग का तापमान इतना ही था।
पहलगाम में तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से 7.3 डिग्री नीचे था। कश्मीर घाटी के प्रवेश द्वार काजीगुंड में तापमान शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। राज्य का लेह क्षेत्र सबसे ठंडा इलाका बना रहा जहां तापमान गिरकर शून्य से 12.4 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया। पिछली रात यह शून्य से 11.2 डिग्री नीचे था।
चिल्लई कलां की शुरूआत 21 दिसंबर से होती है। यह वह वक्त होता है जब सबसे ज्यादा हिमपात होता है । इस अवधि के दौरान गुलमर्ग में शीतकालीन खेल भी होते हैं। चालीस दिन की भीषण ठंड ‘चिल्लई कलां’ के बाद 20 दिन लंबी ‘चिल्लई खुर्द’ अवधि आएगी और फिर 10 तक चलने वाली ‘चिल्लई बच्चा’ अवधि आएगी। कलां और खुर्द का मतलब क्रमश: बड़े और छोटे से होता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 21, 2013, 16:31