चक्रवात फैलिन के ओड़िशा पहुंचने की उल्टी गिनती शुरू, किसी भी हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के 1,600 से ज्यादा जवान तैनात

चक्रवात फैलिन के ओड़िशा पहुंचने की उल्टी गिनती शुरू, किसी भी हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के 1,600 से ज्यादा जवान तैनात

चक्रवात फैलिन के ओड़िशा पहुंचने की उल्टी गिनती शुरू, किसी भी हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के 1,600 से ज्यादा जवान तैनातज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी

भुवनेश्वर: चक्रवात फैलिन के ओड़िशा पहुंचने की उल्टी गिनती शुरू हो गई और भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि वह शनिवार यानी 12 अक्टूबर को शाम छह बजे तक पहुंचेगा ।

भारत के चक्रवातीय चेतावनी डिविजन के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया ति हमें अनुमान है कि चक्रवात फैलिन शनिवार 12 अक्तूबर को शाम छह बजे तक पहुंचेगा । महापात्र ने कहा कि समुद्र के भीतर चक्रवात 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहा है और शाम पांच बजकर 30 मिनट पर वह गोपालपुर से 400 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में अवस्थित था ।

ओडिशा के स्वास्थ्य विभाग ने आसन्न खतरे को देखते हुए सभी डॉक्टरों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। राज्य सरकार ने ‘कोई भी क्षति नहीं होने’ का लक्ष्य तय किया है और सात तटीय जिलों से लोगों को जल्दी से जल्दी निकाले जाने का आदेश दिया है। पूर्वी तटीय रेलवे ने कल हावड़ा-चेन्नई मुख्य मार्ग पर विशाखापत्तनम और भद्रक के बीच करीब 24 यात्री ट्रेनों के आवागमन को दुरस्त करने या उन्हें निरस्त करने की योजना बनाई है। आंध्र प्रदेश के राजस्व मंत्री एन रघुवीर रेड्डी ने बताया कि अधिकारियों ने राज्य के तीन संवेदनशील जिलों के निचले इलाकों से 64 हजार लोगों को निकालना शुरू कर दिया है।

तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण जिन लोगों को अपने ठिकानों को छोड़ना पड़ सकता है, उनके लिए आपातकालीन खाद्य आपूर्ति और आश्रय की व्यवस्था की जा रही है। आपदा प्रबंधन दल भी तैयार रहेंगे। वायु सेना ने अपने दो सी 130जे विमानों, 18 हेलीकॉप्टरों, 2 एएन-32 विमानों को संक्षिप्त नोटिस पर तैयार रहने के लिए कहा है वहीं पूर्वी वायु कमान से बैरकपुर में तैनात कार्यबल के साथ राहत अभियान में समन्वय करने को कहा है। इस बीच ओडिशा सरकार ने इस संबंध में सूचना उपलब्ध कराने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किये हैं।

सूत्रों के मुताबिक ओडिशा केंद्रीय नियंत्रण कक्ष का हेल्पलाइन नंबर 0674-2534177 है। इसके अलावा मयूरभंज, जाजपुर, गजपति, ढेंकानल, खुर्दा, क्योंझर, कटक, गंजाम, पुरी, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, बालेश्वर और भद्रक जिलों के लिए भी हेल्पलाइन शुरू की गयी हैं। फैलिन को पहले ही अति गंभीर चक्रवातीय तूफान घोषित कर दिया गया है। पारादीप बंदरगाह पर कामकाज रोक दिया गया है और हजारों कर्मचारियों ने शहर छोड़ना शुरू कर दिया है।
चक्रवाती तूफान के प्रभाव वाले जिलों में 24 घंटे में करीब 25 सेंटीमीटर बारिश का पूर्वानुमान है।

केंद्र ने ओड़िशा और आंध्र प्रदेश को संभवत: शनिवार को अपनी चपेट में लेने के लिए आ रहे चक्रवात ‘फेलिन’ से पैदा होने वाले किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 1,600 से ज्यादा जवानों को दोनों राज्यों में तैनात किया है ।

रक्षामंत्री एके एंटनी ने भीषण चक्रवात ‘फैलिन’ के संकट के मद्देनजर सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट रहने तथा ओडिशा और आंध्र प्रदेश में हरसंभव मदद करने के लिए तैयार रहने को कहा। भारतीय वायु सेना ने आईएल- 76, सी-130जे सुपर हरक्युलिस और एंतोनवी-32 तथा 18 हेलीकॉप्टरों समेत 24 विमानों को तैनात किया है।

रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट रहने का निर्देश दिया है और उनसे जरूरत पड़ने पर राहत अभियानों में मदद के लिहाज से तैयार रहने को कहा है। एंटनी ने रक्षा सचिव आर के माथुर से इस विषय पर बातचीत की और प्रभावित क्षेत्रों में राहत प्रदान करने में सशस्त्र बलों द्वारा उठाये जाने वाले सभी कदमों के बारे में उन्हें जानकारी दी गयी। विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी नौसेनिक कमान ने भारतीय नौसेना के अनेक गोताखोर दलों को कई महत्वपूर्ण केंद्रों पर तैयार रखा है जिन्हें संक्षिप्त नोटिस पर सेवा में लगाया जा सकता है।

गौर हो कि साल 1999 में आये सुपर साइक्लोन का केंद्र जगतसिंहपुर के बंदरगाह शहर पारादीप में था जिसके इरसेम ब्लॉक में सबसे ज्यादा तबाही हुई थी।

First Published: Friday, October 11, 2013, 23:37

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