Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 00:34
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश अभी पिछले महीने आए चक्रवाती तूफान `फेलिन` और भारी बारिश से हुई तबाही से उबर भी नहीं पाया है कि इसके तटवर्ती इलाकों पर एक और चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराने लगा है। बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान `हेलेन` के आंध्र प्रदेश के कावली और श्रीहरिकोटा और ओंगोल के बीच के दक्षिणी तटवर्ती इलाके से गुरुवार की रात गुजरने की उम्मीद है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा बुधवार शाम जारी सूचना के अनुसार, हेलेन का केंद्र कावली से 430 किमी. पूर्व, मछलीपट्टनम से 330 किमी. पूर्व-दक्षिणपूर्व के बीच, और विशाखापट्टनम से 310 किमी. दक्षिण-दक्षिणपूर्व के बीच रहेगा।
आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटे में यह भयानक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। यह कुछ देर के लिए पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ेगा, और फिर इसके बाद पश्चिम-दक्षिणपश्चिम की ओर बढ़ेगा। यह गुरुवार की रात आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती इलाके से होकर गुजरेगा। आईएमडी ने बुधवार की रात से ही आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाके में कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। अगले दो दिनों में आंध्र के दक्षिणी तटवर्ती इलाकों में 25 सेमी. या इससे अधिक की अतिवृष्टि हो सकती है। इस दौरान आंध्र के दक्षिण तटवर्ती इलाकों में 55 से 65 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, तथा इसके 75 किमी. प्रति घंटा तक भी पहुंचने की उम्मीद है।
तटवर्ती इलाके से चक्रवात के टकराने के समय हवाओं की गति 100 से 110 किमी. प्रति घंटा तक भी पहुंच सकती है। आईएमडी ने इस दौरान मछुआरों को समुद्र में जाने से पूरी तरह मना किया है। इसके अलावा समुद्र के किनारे झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए भी कहा गया है।
आईएमडी की चेतावनी मिलने के बाद राज्य सरकार ने तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है, विशेषकर दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्र में। आपदा प्रबंधन के आयुक्त सी. पार्थसारथी ने हैदराबाद में पत्रकारों को बताया कि चक्रवात के कारण होने वाले नुकसान को न्यूनतम करने के लिए आवश्यक सभी उपाय कर लिए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 00:34