Last Updated: Wednesday, November 13, 2013, 10:58
ज़ी मीडिया ब्यूरोमुंबई: मुंबई में वर्ली के कैंपा कोला कंपाउंड में अवैध फ्लैट तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है। बिल्डिंग ढहाने के लिए बीएमसी की टीम सोसायटी का गेट तोड़कर अंदर पहुंच गई है। हालांकि बीएमसी की टीम को यहां रह रहे लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपना घर खाली करने को तैयार नहीं हैं। कैंपा कोला कंपाउंड के बाहर स्थानीय लोगों की बीएमसी और पुलिसवालों के बीच झड़प हो रही है।
सोसायटी के लोग पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं और धरना प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। बुलडोजर से जैसे ही सोसायटी का गेट तोड़ा गया तो भारी संख्या में लोग जमा हो गए और मुंबई पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने लगे।
गौर हो कि बीएमसी का दस्ता सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अवैध फ्लैट्स को तोड़ने के लिए यहां पहुंचा है। मंगलवार को भी बीएमसी की टीम फ्लैट तोड़ने के लिए यहां पहुंची थी, लेकिन लोगों के भारी विरोध के चलते लौटना पड़ा।
गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने फ्लैटों को खाली कराने के लिए 11 नवम्बर की समयसीमा तय की थी। परिसर में रहने वाले परिवारों ने अब मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण पर अपनी उम्मीद लगायी थी कि वे हस्तक्षेप करेंगे और उनके फ्लैटों को बचाने के लिए एक अध्यादेश पारित करके उनके फ्लैटों को नियमित करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बीएमसी ने दो दिनों पहले मुंबई नगर निगम अधिनियम की धारा 488 के तहत अवैध फ्लैट मालिकों को खाली करने का नोटिस जारी किया था । परिसर की सात इमारतों की 35 अवैध मंजिलों में करीब 100 परिवार रह रहे हैं।
कैंपाकोला कंपाउंड में 96 फ्लैट्स अवैध रुप से बनाए गए थे। बीएमसी ने बिल्डरों को सिर्फ पांच मंजिल तक बनाने की इजाजत थी। लेकिन बिल्डरों ने नियमों का उल्लंघन किया गया। इससे पहले 12 अक्टूबर को मेट्रोपॉलिटिन कोर्ट ने कैंपा कोला कंपाउंड का निर्माण करने वाले बिल्डर के खिलाफ जांच कर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। इस साल फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कैंपाकोला कंपाउंड के सभी अवैध फ्लैट्स को तोड़ने का आदेश दिया था।
First Published: Wednesday, November 13, 2013, 10:51