Last Updated: Tuesday, January 14, 2014, 09:46

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि उनका `जनता के दरबार में मुख्यमंत्री` कार्यक्रम कोई नई बात नहीं है। यह आयोजन जारी है और रहेगा। जिस दिन बंद करेंगे, उस दिन वह खुद को माफ नहीं कर पाएंगे।
पटना में `जनता के दरबार में मुख्यमंत्री` कार्यक्रम के बाद पत्रकारों द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जनता दरबार में हंगामा होने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि बिहार में यह आयोजन पिछले आठ वर्षो से हो रहा है। देश-विदेश के कई लोग आकर इसे देख चुके हैं और इसका अध्ययन कर चुके हैं। मैं किसी को अपनी ओर से कोई सलाह देना नहीं चाहता हूं।
राज्य स्तर के अधिकारियों के साथ 15 जनवरी को प्रस्तावित बैठक से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम शुरू की है। इसके तहत विशेष न्यायालय विधेयक पारित किया गया है तथा त्वरित न्यायालय (फास्ट ट्रैक कोर्ट) का गठन कर समय सीमा के अंदर भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों को निपटाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी को किसी के पास आय से अधिक संपत्ति मिलती है और वह संपत्ति भ्रष्टाचार से अर्जित की गई है, यह पुष्टि हो जाती है तो उसे जब्त कर लिया जाता है। इस बीच आर्थिक अपराध इकाई को भी सशक्त किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य मुख्यालय स्तर के सभी प्रधान सचिव, सचिव, राज्य के सभी जिला के जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक की बैठक बुलाई गई है, जिसमें डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग की क्या स्थिति है, यह जानकारी ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो वायदे किए हैं, उसे पूरा किया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा कानून एक फरवरी से लागू होगा। भ्रष्ट लोकसेवकों की संपति को जब्त की जाएगी। गठबंधन से जुड़े एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे अभी सस्पेंस रहने दीजिए, सस्पेंस नहीं रहेगा तो आप क्या कयास लगाएंगे? भारत सरकार द्वारा बिहार को दी जा रही राशि में कटौती से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे हिस्से की राशि में कटौती नहीं होनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 14, 2014, 09:46