Last Updated: Monday, October 14, 2013, 17:04
जम्मू: यहां की एक अदालत ने जम्मू एवं कश्मीर पुलिस को संत आसाराम बापू के जम्मू स्थित आश्रम में कथित रूप से तीन बच्चों की मौत के बाद वहीं दफना दिए जाने के मामले की जांच का निर्देश दिया है। एक किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम इस समय जेल में हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आश्रम की देखरेख करने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई और शवों को आश्रम परिसर में ही दफना दिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अतुल गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि आश्रम की देखभाल करने वाला भोला नाथ पुलिस को वह जगह दिखाना चाहता है जहां तीन बच्चे दफनाए गए थे।
जम्मू की एक अदालत ऑल इंडिया किसान सेवा संघ के अध्यक्ष राजकुमार चौधरी द्वारा दायर एक मुकदमे की सुनवाई कर रही है। अदालत ने इसी सिलसिले में नवाबाद थाने के प्रभारी को आरोप की जांच करने का निर्देश दिया है।
चौधरी ने अदालत को बताया था कि भोला नाथ पुलिस को यह बताने के लिए तैयार है कि भगवती नगर के समीप स्थित आसाराम आश्रम में बच्चों के शवों को किस जगह मिट्टी में दबा दिया गया था। चौधरी ने यह भी कहा कि आश्रम का अभीक्षक भोला नाथ चाहता है कि प्रशासन उसे सुरक्षा मुहैया कराए, क्योंकि राज खोलने पर उसकी जान खतरे में पड़ सकती है।
आसाराम बापू को पिछले महीने मध्य प्रदेश के इंदौर में गिरफ्तार किया गया था। 16 वर्षीया एक किशोरी के यह आरोप लगाने के बाद कि संत ने अपने जोधपुर आश्रम में उसके साथ यौनाचार किया, आसाराम इस समय राजस्थान की एक जेल में बंद हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 14, 2013, 17:04