Last Updated: Friday, October 18, 2013, 22:56
लखनऊ : अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश कार्यालय पर संगठन के प्रदेश पदाधिकारियों की शुक्रवार को आयोजित एक बैठक में उन्नाव जिले के डौडियाखेड़ा गांव में राजा राव राम बख्श सिंह के किले में एएसआई द्वारा चल रही खुदाई में अकूत सोने के भण्डार को लेकर देश में हो रही हलचल पर चर्चा हुई।
बैठक में समस्त क्षत्रिय गणों ने इस अकूत सम्मत्ति पर अपना दावा पेश किया है ताकि क्षत्रिय समाज के हित में इसका उपयोग किया जा सके। पदाधिकारियों ने कहा कि किले के अन्दर जो सोने का खजाना है उसे अंग्रेजों के छल-कपट एवं लूट से बचाने के लिए राजा ने इस सम्पत्ति को अपने किले में ही गाड़ दिया था। अगर खजाना खुदाई से निकलता है तो उसे क्षत्रिय समाज को ही सौंप दिया जाए।
प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर सिंह कुशवाह ने कहा कि अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा 1897 से स्थापित हुआ था और यह संस्था पूरे भारत में क्षत्रियों के हित की प्रतिनिधित्व करने वाली एक मात्र संस्था है। बैठक में डौडियाखेड़ा स्टेट के प्रतिनिधि एवं अ.भा.क्ष. महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष-कुंवर ब्रजभूषण सिंह भी उपस्थित थे। महासभा के नेताओं ने कहा कि इस खुदाई में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के साथ-साथ क्षत्रियों का भी प्रतिनिधित्व होना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 18, 2013, 22:56