Last Updated: Sunday, June 1, 2014, 23:12

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की रणनीति तैयार करने में जुटे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने आज कहा कि सत्ता में रहने के बावजूद शहर में अपनी सीटें नहीं बचा पाये सांसदों को अपनी शर्मनाक हार की जिम्मेदारी स्वयं स्वीकार करनी चाहिए और इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए।
लवली ने कांग्रेस की चुनाव में हार के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधने वालों की आलोचना करते हुए कहा कि सत्ता का सुख भोगने वाले अब आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक दिल्ली का सवाल है उनके साथ ही सभी सात पूर्व सांसदों को पार्टी के ‘खराब प्रदर्शन’ की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कांग्रेस को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार करने के लिए युवाओं सहित ‘नये रूप’ वाली टीम लाने का वादा किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्रियों कपिल सिब्बल, अजय माकन और कृष्णा तीरथ सहित कांग्रेस के सभी सात सांसदों को लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त हार का मुंह देखना पड़ा था क्योंकि वे तीसरे स्थान पर रहे थे। इसके साथ ही यह चुनाव दिल्ली में पार्टी के लिए अब तक की सबसे बड़ी हार साबित हुआ।
उन्होंने कहा, ‘यदि कोई हार के लिए जिम्मेदार है तो वह स्वयं और सात सांसद हैं। अजय माकन दो बार के सांसद हैं। वह कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस महासचिव रहे हैं। यदि वह स्वयं की सीट पर जीत नहीं पाये तो इसके लिए आलाकमान किस तरह से जिम्मेदार है।’ लवली ने कहा, ‘कपिल सिब्बल 10 वर्षों तक कैबिनेट मंत्री रहे। जेपी अग्रवाल सबसे लंबे समय तक काम करने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। कृष्णा तीरथ दो बार की सांसद थीं और उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।’
लवली ने संदीप दीक्षित पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दो बार सांसद रहे और दिल्ली के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहीं नेता के बेटे हैं। उन्होंने कहा, ‘उनके जितना कोई भी शक्तिशाली नहीं था। यही महाबल मिश्र पर भी लागू होता है। आलाकमान ने आपको मंत्री बनाया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया और आपको शक्तिशाली बनाया ताकि सत्ता विरोधी लहर के समय कम से कम आप अपनी सीट बचा सकें।’
लवली ने कहा, ‘राहुल गांधी उनकी हार के लिए जिम्मेदार कैसे हैं? यदि यह असफलता है तो यह मेरी और सात उम्मीदवारों की असफलता है।’ उन्होंने यह बात लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर राहुल गांधी की बढ़ती आलोचना के संबंध में पूछे गए सवाल के उत्तर में कही। लवली को गत दिसम्बर में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की जबर्दस्त हार के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने मिलिंद देवड़ा पर उनकी उस टिप्पणी को लेकर भी हमला बोला जिसमें उन्होंने ‘टीम राहुल’ पर सवाल खड़ा किया था।
उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में पार्टी में जान फूंकने का संकल्प जताते हुए कहा कि वह ‘पार्टी में जान फूंकने की रणनीति’ पर काम कर रहे हैं और उन लोगों को पार्टी के पक्ष में लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं जिन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की रणनीति विधानसभा में गलत साबित हुई, लवली ने तत्कालीन सरकार और लोगों के बीच ‘सम्पर्क टूटना’ स्वीकार किया लेकिन कहा कि उन्होंने 15 वर्ष के अपने शासन के दौरान शहर के समग्र विकास में शानदार योगदान किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी अरविंद केजरीवाल को सरकार बनाने के लिए समर्थन नहीं करेगी। अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा कांग्रेस की मुख्य विपक्षी पार्टी होगी क्योंकि जनता फिर से आप पर ‘विश्वास’ नहीं करेगी। लवली ने कहा, ‘वे हमारे पास समर्थन के लिए आये जबकि हमने जनलोकपाल पर अपना रूख नहीं बदला है। इसका मतलब है कि केजरीवाल ने जन लोकपाल विधेयक पर अपने रूख में समझौता किया। मैं जनता को सावधान करना चाहता हूं कि वे फिर से बेवकूफ बनाने का प्रयास करेंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 1, 2014, 23:12