Last Updated: Tuesday, May 20, 2014, 15:22

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनावों में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के बेहद खराब प्रदर्शन के मद्देनजर नीतीश कुमार की तरह नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग को खारिज कर दिया । उन्होंने आज यहां कहा कि एक राज्य की दूसरे राज्य से तुलना नहीं हो सकती।
लोकसभा चुनाव के बाद हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की पहली बैठक के बाद संवाददाताओं के यह पूछे जाने पर कि क्या वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरह इस्तीफा देने वाले हैं, अखिलेश ने कहा, ‘हर राज्य के राजनीतिक समीकरण अलग होते हैं, किसी राज्य की दूसरे राज्य से तुलना नहीं हो सकती। ’ उन्होंने सवालों के जवाब में कहा कि पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव लोकसभा चुनाव में मिली विफलता के कारणों की गहन समीक्षा कर रहे हैं और इस संदर्भ में उन्होंने अभी कल ही हारे हुए सभी प्रत्याशियों की एक लम्बी बैठक की है।
अखिलेश ने कहा, ‘प्रदेश सरकार ने तत्परता से निर्णय लिए और तमाम कल्याणकारी योजनाएं लागू कीं, पर पार्टी आम जनता के बीच उनका ठीक से प्रचार प्रसार नहीं कर पायी।’ उन्होंने चुनावों में कही अपनी यह बात फिर दोहराई कि ‘समाजवादी पार्टी काम करने में बहुत आगे है, मगर प्रचार में पीछे है। ’’ मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा शुरु की गयीं योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी इस बात से सहमत होंगे कि सरकार ने अच्छा काम किया है।
यह उल्लेख करते हुए कि लोकसभा चुनाव में जनता ने जो भी निर्णय दिया उसका सभी सम्मान करते हैं , अखिलेश ने कहा कि वे नयी ताकत से प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने में जुटेंगे।
यह पूछने पर कि क्या वह भारी बहुमत से चुने गये भाजपा के मनोनीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने जायेंगे , अखिलेश ने कहा कि राज्य और केन्द्र के बीच संघीय ढांचे की परम्पराओं के अनुसार संबंध बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र मोदी के गंगा नदी की सफाई के संकल्प की ओर इशारा करते हुए कहा कि पांच साल में वह इस काम को देखेंगे और फिर केवल गंगा ही क्यों यमुना , बेतवा , केन आदि बहुत सी नदियां है ,जिनकी सफाई जरुरी है। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने उन्हें विधानमंडल का बजट सत्र बुलाने के लिए अधिकृत कर दिया है और वह इस सत्र की तारीख शीघ्र ही तय कर देंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 20, 2014, 15:22