भगवान अयप्पा के मंदिर में सबरीमला तीर्थयात्रा शुरू

भगवान अयप्पा के मंदिर में सबरीमला तीर्थयात्रा शुरू

सबरीमला (केरल) : मलयाली पंचांग के पवित्र महीने ‘वृश्चिकम’ की शुरूआत के साथ भगवान अयप्पा के मंदिर में दो माह तक चलने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा की आज शुरूआत हो गई है और सबरीमला की पहाड़ियां हजारों श्रद्धालुओं के भजनों से फिर से गुंजायमान होने लगी हैं।

इस तीर्थयात्रा का पहला चरण ‘मंडला’ है जो 41 दिन तक चलता है। इसके बाद ‘मकराविलक्कू’ त्यौहार अगले साल जनवरी के मध्य तक चलेगा। इस समारोह में विभिन्न राज्यों और देशों से तीर्थयात्री आते हैं। दुनिया के सबसे बड़े इस धार्मिक समारोह में हर साल औसतन 3 करोड़ श्रद्धालु आते हैं जो पंपा नदी के किनारे से लेकर पहाड़ी तक की चढ़ाई करते हैं।

मंदिर प्रबंधन संस्था त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के अलावा विभिन्न सरकारी विभाग और ‘अखिल भारत अयप्पा सेवा संघम’ जैसी स्वयंसेवी संस्थाएं चोटी पर स्थित ‘सन्निधनम’ और नीचे पंपा बेस कैंप दोनों में ही तीर्थयात्रियों का बाधारहित आवागमन सुनिश्चित कराने के प्रयास कर रही हैं।

सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भीड़ का प्रभावी प्रबंधन और पत्थनमथिट्टा जिले में पेरियार टाइगर रिजर्व में स्थित इस वन्य गुफा के अंदर और आसापास के पारिस्थितिकी तंत्र को व्यवस्थित रखना कुछ अहम कार्य हैं।

तीर्थयात्रा के पहले चरण का समापन 26 दिसंबर को ‘मंडल’ पूजा के साथ हो जाएगा। फिर इसके बाद ‘मकराविलक्कू’ की शुरुआत होगी और 14 जनवरी को ‘ज्योतिदर्शन’ इसका मुख्य बिंदू होगा। राज्य देवास्वोम मंत्री वी एस शिवकुमार हाल ही में पंपा में तीर्थयात्रियों के लिए किए गए साजो-सामान, स्वास्थ्य, सफाई व अन्य प्रबंधों की समीक्षा के लिए गए। (एजेंसी)

First Published: Saturday, November 16, 2013, 16:16

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