Last Updated: Sunday, November 24, 2013, 14:51
ज़ी मीडिया ब्यूरोकोलकाता : तृणमूल के निलंबित राज्यसभा सांसद कुणाल घोष की गिरफ्तारी के बाद रविवार को उन्हें बिधाननगर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले पश्चिम बंगाल पुलिस ने कुणाल घोष के उत्तर कोलकाता स्थित आवास पर आज छापा मारा। घोष को कल सारदा समूह फर्जी निवेश घोटाले के संबंध में गिरफ्तार कर लिया गया। घोष को भी छापे वाली टीम के साथ लाया गया था।
सूत्रों ने कहा कि घोष के घर से एक कम्प्यूटर का हार्डडिस्क भी जब्त किया गया। आवास पर छापे की कार्रवाई सुबह ही शुरू हुई और एक घंटे से अधिक समय तक चली। सारदा समूह के मीडिया शाखा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी घोष पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406 और 120 बी के तहत आरोप लगाये गए हैं।
सूत्रों ने कहा कि इस बीच पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि घोष ने कल फेसबुक पर पोस्ट कैसे किया जबकि वह पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे। पुलिस ने पाया कि उनके मित्रों में से एक और उनके एक नए चैनल के इनपुट एडिटर सोशल नेटवर्किंग साइट पर पोस्ट डालने में शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
उस पोस्ट में घोष ने अपनी गिरफ्तारी को ‘षड्यंत्र’ करार दिया और कहा कि पुलिस को मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के दो अन्य नेताओं की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि चिटफंड घोटाले की जांच तत्काल सीबीआई को सौंप दी जानी चाहिए।
एक समय घोष पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के साथ अच्छे संबंधों के लिए जाने जाते थे लेकिन मामले में नाम सामने आने के बाद वह अपनी पार्टी के खिलाफ हो गए हैं। ममता ने घोष को गत सितम्बर में उस समय तृणमूल कांग्रेस से निलंबित कर दिया था जब उन्होंने पार्टी के खिलाफ अरूचिकर टिप्पणियां की थीं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 24, 2013, 14:51