तेलंगाना विधेयक पूरी तरह से असंवैधानिक : विधायक

तेलंगाना विधेयक पूरी तरह से असंवैधानिक : विधायक

हैदराबाद : तटीय आंध्रप्रदेश और रायलसीमा इलाके के विधायकों ने आज उस मसौदा विधेयक का कड़ा विरोध किया जिसमें अलग तेलंगाना राज्य के गठन का प्रावधान है। उन्होंने इसे ‘असंवैधानिक’ और भारत के ‘संघीय ढांचे के लिए खतरा’ बताया। आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक-2013 पर विधानसभा में चर्चा चल रही है। राष्ट्रपति ने पिछले वर्ष इसे विधानसभा को प्रेषित किया था।

राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री एस. सैलजानाथ ने कहा, ‘मसौदा विधेयक से आश्चर्य होता है कि क्या भारत का संविधान आंध्रप्रदेश में लागू नहीं होता। विधेयक पूरी तरह असंवैधानिक है।’ मसौदा विधेयक पर मंत्री ने पूछा कि किस आधार पर हैदराबाद को दोनों राज्यों की साझा राजधानी बनाने की मांग हो रही है। उन्होंने पूछा, ‘अगर हैदराबाद साझा राजधानी है तो क्या हम सीमांध्र के लोग किरायेदार हैं? किस नियम के तहत हैदराबाद साझा राजधानी होगी।’

तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के पक्षधर लोकसत्ता पार्टी के अध्यक्ष एन. जयप्रकाश नारायण ने बंटवारा मुद्दे के तरीके और विधेयक के मसौदे की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘विधेयक का एकमात्र उद्देश्य सत्तारूढ़ दल के लिए राजनीतिक लाभ प्राप्त करना है ।’ उन्होंने कहा कि इससे भारत के संघीय ढांचे को खतरा है।

नौकरशाह से विधायक बने नारायण ने कहा, ‘तेलंगाना राज्य का गठन आवश्यक है। यह अपरिहार्य है। लेकिन राज्य का बंटवारा इस तरीके से होना चाहिए कि इससे विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच वैमनस्यता नहीं आए।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 18, 2014, 18:56

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