Last Updated: Friday, October 18, 2013, 14:51
ज़ी मीडिया ब्यूरो-केंद्र सरकार ने किले के आस-पास सेना तैनात करने और खुदाई का काम महज कुछ घंटों में पूरा करने की संत शोभन सरकार की मांग ठुकरा दी है।
-खजाने की खोज में खुदाई कर रही एएसआई की टीम इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रही है। खजाने के बारे में टीम का कोई भी सदस्य साफ-साफ कुछ भी नहीं बता रहा है।
-उन्नाव के जिलाधिकारी वी.के. आनंद ने बताया कि खजाने की तलाश में एएसआई की 10 सदस्यीय टीम जुट चुकी है। खुदाई के कार्य को कैमरे में दर्ज किया जाएगा और यह काम एक महीने तक चलेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि खुदाई का काम जब तक चलेगा तब तक एएसआई की टीम को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
एएसआई के वरिष्ठ अधिकारी प्रवीण कुमार मिश्रा ने बताया कि किले में एक महीने तक खुदाई जारी रह सकती है और पुरातत्व अपने पेशेवर तरीके से खुदाई के काम को अंजाम देगा। संत या किसी की भविष्यवाणी का उनके काम से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने बताया कि खुदाई 10 बाई 10 के दायरे में की जा रही है।
-एएसआई एक ओर दबे सोने के लिए जमीन की खुदाई कर रही है तो दूसरी ओर राजा राव राम बक्श सिंह की आत्मा की शांति के लिए हनुमान चलीसा और शांति पाठ किया जा रहा है। लोग बताते हैं कि खजाने को लेकर राजा राव राम बक्श सिंह की आत्मा भटकती रही है।
-उन्नाव में जिलाधिकारी और एएसआई के अधिकारियों की बैठक समाप्त।
-इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने भी खजाने पर दावा किया है। सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा है कि खुदाई से जो निकलेगा वह उत्तर प्रदेश सरकार का होगा।
-खुदाई वाली जगह पुरातत्व विभाग की टीम मौजूद है। टीम में छह से सात लोग हैं। खुदाई वाली जगह पर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
-खुदाई से पहले संत शोभन सरकार ने हवन किया।
-किले के अंदर जाने पर रोक लगाई गई। खुदाई का काम शुरू करने से पहले वहां हवन किया गया। पुलिस ने खुदाई की जाने वाली जगह की नाकेबंदी कर दी है।
-संत श्री शोभन सरकार ने राजा राव रामबख्श सिंह के किले में 1000 टन सोने के दबे होने की बात कही है। सरकार ने सपना देखा है कि किला परिसर में खजाना दबा हुआ है।
-गौरतलब है कि यह सोने का खजाना डौंडिया खेड़ा स्टेट के पच्चीसवें शासक राजा राव राम बक्श सिंह के किले के अवशेष में गड़ा बताया जाता है। जिन्होंने 1857 के दौरान ब्रिटिश शासनकाल के साथ लड़कर उसके छक्के छुडा दिये थे और बाद में उन्हें एक पेड़ से लटका कर फांसी दे दी गई थी।
First Published: Friday, October 18, 2013, 14:48