Last Updated: Thursday, February 13, 2014, 22:33
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को विशेष सत्र के पहले दिन अप्रत्याशित अव्यवस्था देखी गई जब भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने कानून मंत्री सोमनाथ भारती के इस्तीफे की मांग को लेकर फाइलें फेंक दी, माइक तोड़ दिए और सदन के बीचोंबीच बैनर लहराए।
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को बाहर से समर्थन दे रही कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने भारती पर नस्लवादी होने और पिछले महीने कई अफ्रीकी महिलाओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भारती को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की।
अत्यंत अशोभनीय आचरण करते हुए राजेंद्र नगर के भाजपा विधायक आर पी सिंह ने कागज फाड़ दिए और उसे भारती की ओर फेंके। बाद में उन्होंने उनके सामने चूड़ियां और लिपस्टिक डाल दी। कांग्रेस विधायक आसिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री का माइक्रोफोन नष्ट कर दिया और अध्यक्ष एम एस धीर की फाइलें फाड़ दीं। कई कांग्रेस और भाजपा विधायकों ने माइक्रोफोन नष्ट कर दिए और भारती के विरूद्ध के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया। कुछ भाजपा विधायकों ने तो अध्यक्ष को माइक्रोफोन का इस्तेमाल करने से रोकने की कोशिश में उनका हाथ भी पकड़ लिया।
अध्यक्ष एमएस धीर सदन के चौथी बार स्थगित होने के बाद भारती के खिलाफ आरोप पर चर्चा के लिए कांग्रेस का ध्यानकषर्ण प्रस्ताव पर सहमत हो गए। लेकिन उसके तुरंत बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने सदन से किसी भी विधायक को निलंबित करने के अध्यक्ष के अधिकार पर रोक लगाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया जो ध्वनित से पारित हो गया। मतदान के तुरंत बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता हषर्वर्धन ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा भारती मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती है और उन्होंने कानून मंत्री के इस्तीफे पर जोर दिया। उसके बाद सदन दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया। बाद में केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि आज कांग्रेस और भाजपा का मैच फिक्सिंग सभी के सामने आ गया। उन्होंने कई प्रस्ताव पारित करा लिए। मैं नहीं समझता कि देश में किसी भी विधानमंडल ने भाजपा और कांग्रेस को इस तरह हाथ मिलाते हुए देखा हो। वे बारी बारी से सदन के बीचोंबीच आ रहे थे।
मुख्यमंत्री ने दोनों दलों पर लोगों को उल्लू बनाने के लिए मिलीभगत करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने सदन में एक भी काम नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि दोनों दलों के हाथ मिलाने की वजह मुकेश अंबानी हैं। उन्होंने ही दोनों को साथ लाया। दो दिन पहले अंबानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और इन दोनों दलों में कोई उन्हें बचाने में समर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि वह आम आदमी पार्टी का समर्थन कर रही है लेकिन आज बिल्कुल स्पष्ट हो गया कि वह हमारा समर्थन नहीं कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 13, 2014, 22:33