आरोप साबित करना है तो कोर्ट जाए विपक्ष : वीरभद्र

आरोप साबित करना है तो कोर्ट जाए विपक्ष : वीरभद्र

शिमला : कथित भ्रष्टाचार के भाजपा के आरोपों का सामना कर रहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज पलटवार करते हुए विपक्ष को चुनौती दी कि वे आरोप साबित करने के लिए अदालत में जाएं। उना जिला के अंब में एक रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पीके धूमल और उनके बेटे राजनीतिक माहौल बिगाड़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धूमल और उनके बेटे ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाना जारी रख कर राजनीतिक विमर्श को निम्मतम स्तर पर पहुंचा दिया है। सिंह ने कहा, ‘किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकारें आती हैं और जाती हैं और चुनाव के दौरान आरोप लगाए जाते हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब भाजपा मुझे बदनाम करने के लिए कीचड़ उछालना जारी रखे हुए है।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें बस राज्य के आम अवाम की फिक्र है और उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है कि ‘‘भाजपा क्या आरोप लगाती है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि धूमल ने सभी सीमाएं पार कर दीं। उन्होंने कहा, ‘वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार दो कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री थे ,लेकिन अतीत में कभी सरकार में परिवर्तन से इतनी तल्खी पैदा नहीं हुई और नेताओं ने गरिमा बनाए रखी।’

वीरभद्र ने कहा कि उन्हें किसी से दुश्मनी नहीं है। मुख्यमंत्री के रूप में धूमल ने अपने दो कार्यकालों के दौरान उनपर फर्जी आरोप लगाए ,लेकिन उन्हें अदालत ने पाक-साफ करार दे कर बरी कर दिया। उन्होंने कहा कि धूमल और उनका परिवार अपने ‘गलत कार्यों’ के लिए सतर्कता ब्यूरो के कदमों की आंच महसूस कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि विपक्षी भाजपा ने हिमाचल के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक बिजली कंपनी की तरफदारी की है जिसके साथ उनके और उनके परिवार की कथित रूप से कारोबारी रिश्ते हैं। सिंह ने धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर के नेतृत्व वाले हिमाचल प्रदेश क्रिकेट ऐसोसिएशन :एचपीसीए: पर प्रहार करते हुए कहा कि यह वस्तुत: जमीन हड़पने में संलिप्त है और पूर्व भाजपा सरकार ने क्रिकेट ऐसोसिएशन को एक होटल के निर्माण के लिए ‘शामलात’ जमीन दे दी। उन्होंने कहा कि धूमल की भाजपा सरकार ने उस जमीन को बंजर तक दिखा दिया जिसमें कोई पेड़ नहीं है जबकि अब भी वहां 200 पेड़ खड़े हैं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की एक इमारत असुरक्षित घोषित कर गिरा दी गई और जमीन एचपीसीए को सौंप दी गई।
उन्होंने फोन टैपिंग मामले का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ‘जर्मनी में हिटलर, इटली में मुसोलिनी और रूस में स्तालिन की सरकारों’ जैसी है जहां व्यक्तिगत आजादी बाधित की जाती है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 4, 2014, 23:01

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