Last Updated: Friday, January 3, 2014, 00:11
मनाली/शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भाजपा द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार आरोपों की पृष्ठभूमि में इस्तीफा देने से इंकार करते हुए कहा है कि वह किसी भी एजेंसी द्वारा जांच के लिए तैयार हैं। आरोपों के मद्देनजर इस्तीफा देने से जुड़े सवाल पर सिंह ने कहा, ‘यह तभी होगा जब आरोप साबित हो जाते हैं।’ भ्रष्टाचार के आरोपों से इंकार करते हुए सिंह ने कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने को तैयार हैं।
उन्होंने भाजपा और कांग्रेस के कुछ नेताओं पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री कांग्रेस के किसी नेता का नाम नहीं लिया। उनकी दलील है कि उनके परिवार के सदस्य वयस्क हैं और किसी भी दूसरे व्यक्ति की तरह उन्हें भी निवेश करने की आजादी है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके परिवार के सदस्यों की ओर से एक कंपनी में एक फीसदी से कम का निवेश किया गया है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ पूरा दुष्प्रचार पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल एवं उनके पुत्र अनुराग ठाकुर की ओर से शुरू किया गया है जो हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ की ओर की गई अनियमितताओं की जांच से ध्यान भटकाना चाहते हैं। क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 3, 2014, 00:11