Last Updated: Monday, March 17, 2014, 18:02
ज़ी मीडिया ब्यूरोकुलालालंपुर: मलेशिया के कुलालालंपुर से आठ मार्च को बीजिंग के लिए उड़ान भरने के एक घंटे बाद लापता हुए मलेशिया एअरलाइन्स के विमान एमएच 370 की तलाश 10वें दिन सोमवार को भी जारी है। विमान की तलाशी अब मुख्यतया हिंद महासागर में की जा रही है हालांकि अब तक इसके कोई संकेत नहीं मिले हैं। आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री डेविड जान्सटन ने मलेशिया को तलाशी अभियान में हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि उनका देश इस खोज अभियान में पूरी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि अब खोज को हिंद महासागर के पूर्वी केंद्र में क्रेंद्रित किया गया है।
आस्ट्रेलिया ने मलेशिया को इस तलाशी अभियान में दो अत्याधुनिक आरएएएफ पी-3सी ओरियन विमान मुहैया कराया है। मलेशिया एअरलाइन्स का विमान एमएच 370 कुआलालंपुर से 8 मार्च को 239 सवारों के साथ बीजिंग के लिए रवाना हुआ था। रास्ते में विमान रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। माना जा रहा था कि बोइंग 777-200ईआर दक्षिण चीन सागर में वियतनाम समुद्र तट के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान कुआलालंपुर से आधी रात बार 12:41 बजे उड़ान भरा था और बीजिंग में सुबह 6:30 बजे उसे उतरना था। विमान में सवार 227 यात्रियों में पांच भारतीय, 154 चीनी, 38 मलेशियाई शामिल थे।
मलेशियाई सरकार नयी सूचनाओं की जांच कर रही है कि लापता विमान वापस लौटने के बाद रडार से बचने के लिए 5000 फुट तक की उंचाई या संभवत: और नीचे आ गया था। विमान में 239 लोग सवार थे। बोइंग 777 उड़ान एम एच 370 की तलाश कर रहे जांचकर्ता इसका पता लगा रहे हैं कि क्या यह कम उंचाई पर उड़ान भर रहा था और कम से कम तीन देशों में रडार कवरेज से बचता रहा। अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं कि 239 लोगों को लेकर जा रहे विमान ने बंगाल की खाड़ी के उपर व्यस्त एयरवेज का फायदा उठाया और सैन्य रडार के संदेहों से बच निकला।
उल्लेखनीय है कि मलेशिया ने अमेरिका, चीन और फ्रांस सहित उपग्रह वाले अन्य देशों से उपग्रह आंकड़ा मुहैया कराने लिए कहा है। इसके अलावा कजाखस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, चीन, म्यांमार, लाओस, कंबोडिया, थाइलैंड और आस्ट्रेलिया से भी इस तलाशी में मदद मांगी है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Monday, March 17, 2014, 18:02