Last Updated: Thursday, February 6, 2014, 19:13
ढाका : बांग्लादेश की सबसे बड़ी इस्लामिक पार्टी ने अपने पार्टी प्रमुख को हथियारों की तस्करी के एक मामले में सजा-ए-मौत दिए जाने के विरोध में गुरुवार को दिनभर के राष्ट्रव्यापी बंद का ऐलान किया। बंद अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहा।
बांग्लादेश के दक्षिणपूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव की एक अदालत में बीते गुरुवार को दो पूर्व बांग्लादेशी मंत्रियों और एक भारतीय अलगाववादी नेता परेश बरुआ सहित 14 लोगों को दस साल पुराने हथियार तस्करी मामले में मौत की सजा सुनाई गई। सभी पर साल 2004 में 10 ट्रकों में भरकर हथियारों और विस्फोटक पदार्थो की तस्करी का आरोप हैं।
बांग्लादेश के जिन दो पूर्व नेताओं को सजा सुनाई गई, उनमें से एक पूर्व राज्य गृह मंत्री लुत्फोज्जमान बाबर और दूसरे बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी पार्टी के प्रमुख और पूर्व उद्योग मंत्री मतीउर रहमान निजामी हैं। जमात-ए-इस्लामी के कार्यवाहक महासचिव शफीकुर रहमान ने पूर्व में दिए गए बयान में कहा था कि यह हमारे पार्टी प्रमुख की `हत्या की साजिश` है और इसके विरोध में पार्टी ने राष्ट्रव्यापी बंद के ऐलान का फैसला किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बंद को देखते हुए राजधानी ढाका की सड़कों पर अन्य दिनों की अपेक्षा यातायात कम रहा। लेकिन बंद के दौरान कहीं से भी हिंसा या अवांछित घटना की सूचना नहीं मिली। बंद अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 6, 2014, 19:13