Last Updated: Wednesday, March 19, 2014, 10:00

सिम्फेरोपोल (यूक्रेन) : यूक्रेन ने चेतावनी दी कि रूस के साथ उसका संघर्ष ‘सैन्य स्तर’ में पहुंच गया है और उसने अपने सैनिकों को आत्मरक्षा में गोली चलाने की इजाजत दी है। क्रेमलीन समर्थक बलों द्वारा करीब तीन हफ्ते पहले क्रीमिया पर कब्जा किए जाने के बाद से अपने पहले सैनिक के मारे जाने के बाद यूक्रेन ने यह कदम उठाया है।
रविवार को हुए जनमत संग्रह के मद्देनजर क्रीमिया क्षेत्र को रूस में शामिल करने संबंधी संधि पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के बाद यह नाटकीय घटनाक्रम हुआ है। पश्चिम देश समर्थित यूक्रेन के प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेनयुक ने कीव में सरकार की एक अत्यावश्यक बैठक बुलाई।
उन्होंने 4.6 करोड़ लोगों में प्रसारित किए गए अपने बयान में कहा कि संघर्ष राजनीतिक स्तर से सैन्य स्तर में पहुंच गया है। रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी सेना के कर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी है। उधर, मास्को से प्राप्त एपी के खबर के मुताबिक पुतिन ने कहा है कि संधि पर हस्ताक्षर करने का यह कदम अतीत के अन्याय का खात्मा और रूस के महत्वपूर्ण हितों पर पश्चिमी जगत के अतिक्रमण का जवाब है। क्रेमलिन से प्रसारित 40 मिनटों के भावनात्मक संबोधन में पुतिन ने कहा कि लोगों के दिल और दिमाग में क्रीमिया हमेशा से रूस का अभिन्न हिस्सा रहा है। उन्होंने बीते रविवार को क्रीमिया में हुए जनमत संग्रह की पश्चिम देशों द्वारा की गई निंदा को खारिज कर दिया। इस जनमत संग्रह में क्रीमिया के लोगों ने रूस में शामिल होने का फैसला किया।
पुतिन ने इसके साथ यह स्पष्ट किया कि रूस का यूक्रेन के दूसरे हिस्सों में दखल देने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन का विभाजन नहीं चाहते। हमें इसकी जरूरत नहीं है। रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन की नयी सरकार और पश्चिम को चेतावनी दी कि वे रूस के हितों का सम्मान करें। उधर, यूक्रेन की नई सरकार ने पुतिन को पूरी दुनिया के लिए खतरा करार दिया और अमेरिकी उप राष्ट्र जो बायडन ने चेतावनी दी कि अमेरिका एवं यूरोप मॉस्को के खिलाफ आगे भी प्रतिबंध लगाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 19, 2014, 10:00