Last Updated: Tuesday, January 7, 2014, 14:34

न्यूयॉर्क/वाशिंगटन : भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े ने यहां की एक अदालत से वीजा धोखाधड़ी मामले में अपने खिलाफ अभियोग दायर करने की समयसीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है जिसका अभियोजन ने विरोध किया है। वहीं अमेरिका ने आज कहा कि वह चाहता है कि यह मामला जल्द सुलझ जाए। खोबरागड़े ने अभियोग दायर करने की 13 जनवरी की समयसीमा को यह कहते हुए बढ़ाने का अनुरोध किया है कि समयसीमा का ‘‘आसन्न दबाव’’ इस मुद्दे पर अर्थपूर्ण चर्चा करने की पक्षों की क्षमता को बाधित कर रहा है। भारतीय मूल के अमेरिकी अभियोजक प्रीत भरारा के कार्यालय को 39 वर्षीय भारतीय राजनयिक की गिरफ्तारी के 30 दिन के भीतर यानी 13 जनवरी तक अभियोग दायर करना है।
यद्यपि कल न्यूयार्क के दक्षिणी जिले के मजिस्ट्रेट जज सारा नेटबर्न के समक्ष एक अर्जी दायर की गई। अर्जी में खोबरागड़े के वकील ने प्रारंभिक सुनवाई तिथि पर सुनवाई टालने का अनुरोध किया जो कि वर्तमान समय में 13 जनवरी निर्धारित है। वकील ने इसके साथ ही अभियोग दायर करने की अंतिम समयसीमा 30 दिन बढ़ाकर 12 फरवरी 2014 करने का अनुरोध किया।
देवयानी खोबरागड़े के वकील डेनियल अरशक ने अर्जी में कहा, ‘‘अभियोजन और बचाव पक्ष तथा अन्य सरकारी अधिकारियों के बीच उल्लेखनीय संवाद हुआ है और हमारा यह विचार है कि आसन्न समयसीमा का दबाव संवाद जारी रखने के प्रति प्रतिकूल है।’’ वकील ने जज से कहा कि उन्होंने समयसीमा बढ़ाने के संबंध में अभियोजन से बात की है और उसने बताया कि वह समयसीमा बढ़ाने के पक्ष में नहीं है।
वकील ने अर्जी में जज से कहा, ‘‘हम अदालत को यह सूचित करना चाहते हैं कि हमारी इच्छा है कि अदालत द्वारा गत 12 दिसम्बर 2013 को तय की गई 30 दिन की समयसीमा को आगे बढ़ाया जाए क्योंकि हमारा मानना है कि समयसीमा पक्षों की अर्थपूर्ण संवाद की क्षमता को प्रभावित कर रही है।’’ अरशक के अनुरोध पर भरारा ने जज को लिखा कि उनका कार्यालय खोबरागड़े द्वारा समयसीमा बढ़ाने के अनुरोध के लिए खिलाफ है। भरारा ने कहा कि अर्जी पर चर्चा अभियोग दायर होने के बाद भी जारी रह सकती है।
भरारा ने कहा, ‘‘यह कार्यालय अर्जी पर गत कई सप्ताह से जारी चर्चा को जारी रखने के पक्ष में है। हमने 13 जनवरी से पहले अदालत में दायर होने वाली अर्जी पर सहमति बनाने की उम्मीद में कई घंटे की चर्चा में हिस्सा लिया।’’ भरारा ने कहा, ‘‘शनिवार, पांच जनवरी को सरकार ने एक ऐसी अर्जी के लिए उचित मापदंडों का उल्लेख किया जो कि मामले को सुलझा सकते है, लेकिन इस पर बचाव पक्ष ने प्रतिक्रिया नहीं दी है।’’ इस बीच अमेरिका ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े से संबंधित मुद्दे का जल्द समाधान होने की उम्मीद व्यक्त की है। विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मेरी हर्फ ने कहा, ‘‘मैंने इस मामले में पहले भी कई बार कहा है कि हम नहीं चाहते कि इससे आगे बढ़ता हमारा संबंध परिभाषित हो और मैं नहीं मानती कि ऐसा होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि यह जल्द से जल्द सुलझ जाएा। निश्चित तौर पर यह हमारा लक्ष्य है लेकिन हम इस प्रक्रिया का केवल हिस्सा हैं।’’ प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका नहीं चाहता कि न्यूयार्क में भारतीय राजनयिक की गिरफ्तारी से भारत और अमेरिका के संबंध प्रभावित हों।
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका को मुद्दे के सुलझने की उम्मीद है, हर्फ ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर।’’ माना जाता है कि अमेरिकी और भारतीय अधिकारी इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण हल निकालने के लिए कूटनीतिक और न्यायिक दोनों मोचरें पर कार्य कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारी इस बात पर जोर देते हैं कि कानून अपना काम करेगा।
हर्फ ने कहा, ‘‘हम वह कूटनीतिक हिस्सा हैं जो कि ऐसे संबंध और साथ काम करने वाले सभी मुद्दों पर जोर देता है। वर्तमान समय में एक अलग न्यायिक और कानूनी प्रक्रिया है जो अभी चल रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ये प्रक्रियाएं होने के कारण हैं और उम्मीद करते हैं कि ये स्वयं काम करेंगी ताकि हल निकले और निश्चित तौर मैं फिलहाल उसके बारे में टिप्पणी नहीं करना चाहती।’’ भारत ने अमेरिका से माफी मांगने और देवयानी पर लगाये गये आरोपों को वापस लेने की मांग की है। हालांकि, अमेरिका ने जोर देकर कहा है कि यह एक अलग मामला है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 7, 2014, 13:22