Last Updated: Sunday, October 20, 2013, 19:34
नई दिल्ली : पनडुब्बियों का बेड़ा कम होने की स्थिति में भारत रूस से एक परमाणु संचालित पनडुब्बी लीज पर ले सकता है जिसके लिए सौदे को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की रविवार से शुरू हो रही रूस यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया जा सकता है।
रूस से दूसरी परमाणु संचालित पनडुब्बी लेने का कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब दो महीने पहले नौसेना की रूस निर्मित किलो श्रेणी की आईएनएस सिंधुरक्षक पनडुब्बी एक विस्फोट के बाद मुंबई के पास डूब गयी थी। विस्फोट इसके टॉरपीडो सेक्शन में होने का संदेह है।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति की हालिया बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। उच्च-पदस्थ सरकारी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि इस सौदे के लिए भारत को 6,000 करोड़ रपये से ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं।
भारतीय नौसेना के पास पहले ही अकुला-2 श्रेणी की परमाणु संचालित पनडुब्बी ‘नेरपा’ है। 8,000 टन वजनी इस युद्धपोत को पिछले साल अप्रैल में विशाखापत्तनम की पूर्वी नौसेनिक कमान में शामिल किया गया था और उसका नाम बदलकर ‘आईएनएस चक्र’ रखा गया।
नयी परियोजना के तहत भारत पुरानी अकुला श्रेणी की पनडुब्बी ‘इरबिस’ के रूस में निर्माण में आर्थिक मदद की योजना बना रहा है। यह काम धन की कमी के कारण 1990 के दशक में पूरा नहीं हो पाया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 20, 2013, 19:34