Last Updated: Tuesday, January 14, 2014, 09:54

मास्को : महान बंदूक डिजाइनर और एके-47 राइफल के आविष्कारक मिखाइल कलाश्निकोव ने मृत्यु से करीब छह महीने पहले मास्को और पूरे रूस के पेट्रियार्क किरिल प्रथम को एक पश्चाताप पत्र लिखा था। कलाश्निकोव का निधन पिछले महीने यानी दिसंबर में हुआ था।
एक समाचार पत्र के मुताबिक, डिजाइनर ने रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च से अपनी आत्मग्लानि और उसके द्वारा तैयार बंदूक से होने वाली मौतों के लिए अपनी जिम्मेवारी से संबंधित शंका का इजहार किया था। रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि मुझे असहनीय पीड़ा होती है। मेरे सामने बार-बार यह सवाल उठता है चूंकि मेरी बंदूक लोगों का जीवन छीन लेती है, इसलिए मैं, मिखाइल कलाश्निकोव (93) एक किसान महिला का पुत्र, एक ईसाई और एक ऑर्थोडॉक्स, लोगों की मौत के लिए गुनाहगार हूं, चाहे वह दुश्मन ही क्यों न हो।
उन्होंने लिखा कि यह सही है कि हमारे देश में गिरिजाघर और मठ बन गए हैं, लेकिन बुराइयों का अब भी अंत नहीं हुआ है। अच्छाई और बुराई समान रूप से अस्तित्व में हैं। पड़ोसी आपस में संघर्ष करते रहे हैं। यही निष्कर्ष मैंने अपने जीवन के आखिर में निकाला है। धर्मगुरु के प्रेस सचिव अलेक्जेंडर वोकोव ने कहा कि किरिल ने उनके पत्र का जवाब भी दिया था। वोकोव ने कहा कि वह पत्र चर्च पर हो रहे हमले के दिनों में लिखा गया था। पेट्रियार्क ने कलाश्निकोव के पत्र और इस विषय पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद दिया और जवाब में लिखा कि यह उनकी देशभक्ति का एक उदाहरण है। धर्मगुरु ने आगे लिखा कि जब भी इस बंदूक से देश की रक्षा होती है, तो चर्च डिजाइनर और बंदूक का उपयोग करने वाले दोनों का समर्थन करेगा। समाचार पत्र के मुताबिक कलाश्निकोव ने यह पत्र सात अप्रैल को अपने हाथ से लिखा था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 14, 2014, 09:54