Last Updated: Saturday, March 15, 2014, 14:45
ज़ी मीडिया ब्यूरोकुआलालंपुर : मलेशिया ने लापता हुए विमान के हाईजैक की आशंका से आज इनकार नहीं करते हुए कहा कि 239 यात्रियों वाली उड़ान-एमएच370 की गतिविधि विमान में सवार किसी व्यक्ति द्वारा जानबूझकर की गई कार्रवाई के समान थी। मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कहा कि अधिकारी अब दो संभावित कॉरिडोर्स-कजाखस्तान और तुर्कमेनिस्तान की सीमा के उत्तर में, और इंडोनेशिया से दक्षिणी हिन्द महासागर तक दक्षिणी कॉरिडोर में विमान का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
नजीब ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, नए उपग्रह संचार के आधार पर हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि विमान के मलेशिया के पूर्वी तट पर पहुंचने से महज कुछ समय पहले विमान की संचार प्रेषण प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया।
नजीब ने कहा कि विमान जब मलेशिया और वियतनाम के हवाई नियंत्रण कक्ष की सीमा के बीच पहुंचा तो इसके तुरंत बाद इसके ट्रांसपोंडर बंद कर दिए गए। उन्होंने कहा, रडार आंकड़े से पता चला कि इस बिन्दु से आगे एक विमान जिसे एमएच370 माना जाता है वापस मुड़ा और उत्तर पश्चिम की ओर मुड़ने से पहले पश्चिमी दिशा की तरफ मुड़ा। प्रधानमंत्री ने कहा, यह विमान में सवार किसी व्यक्ति द्वारा जानबूझकर किया गया। उन्होंने हालांकि, खुलकर यह नहीं कहा कि विमान का अपहरण किया गया है।
उन्होंने कहा, अंतिम उपग्रह संचार 8 मार्च को सुबह 8 बजकर 11 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर हुआ। नजीब ने कहा कि नियंत्रण खो देने के बाद साढ़े सात घंटे तक विमान हवा में रहा। विमान कुआलालंपुर से अपराह्न 12 बजकर 41 मिनट पर बीजिंग के लिए रवाना हुआ था और घंटे बाद इसका असैन्य रडार से संपर्क टूट गया।
मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा, मीडिया में विमान के अपहरण की खबरें होने के बावजूद मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम अब भी सभी संभावनाओं की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट रडार के आधार पर यह पुष्टि की जा सकती है कि असैन्य रडार से अदृश्य होने के एक घंटे बाद बाद सैन्य प्राथमिक रडार पर दिखा विमान असल में लापता हुआ मलेशियाई विमान बोइंग 777 उड़ान संख्या एमएच370 था।
नजीब ने कहा कि चालक दल और यात्रियों को लेकर जांच पर दोबारा ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा, स्पष्टत: एमएच370 के लिए जांच एक नए चरण में प्रवेश कर चुकी है। नजीब ने कहा, हमें उम्मीद है कि यह नयी सूचना हमें विमान को ढूंढ़ने के एक कदम नजदीक लाई है। प्रधानमंत्री ने कहा, हम दक्षिण चीन सागर में अपना अभियान खत्म कर रहे हैं और दोबारा से अपनी परिसंत्ति की तैनाती का पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं। दक्षिण पूर्वी एशिया में 14 देशों की नौसेनाओं और विमानों द्वारा खोज अभियान चलाए जाने के बावजूद अब तक विमान का कोई पता नहीं चला है और न ही उसके किसी अवशेष के संकेत दिखे हैं। तलाशी अभियान में 43 जहाज और 58 विमान लगे हैं।
लापता मलेशियाई विमान की तलाश कर रहे जांचकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि विमान उड़ाने का अच्छा अनुभव रखने वाले एक या अधिक लोगों ने विमान का अपहरण कर लिया है, इसके कम्यूनिकेशन यंत्र बंद कर दिए हैं और इसे इसके निर्धारित पथ से हटा दिया है। जांच में शामिल एक मलेशियाई सरकारी अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर आज यह जानकारी दी क्योंकि वह मीडिया को सूचना देने के लिए अधिकृत नहीं है।
उन्होंने बताया कि अपहरण के पीछे का मकसद और अपहरणकर्ताओं के किसी प्रकार की मांग करने का पता नहीं चला है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि विमान को कहां ले जाया गया। उन्होंने कहा कि अपहरण अब एक अनुमान नहीं है। यह निष्कर्ष है।
अधिकारी ने बताया कि विमान के संचार यंत्रों को जानबूझकर बंद किए जाने और उड़ान पथ के आंकड़ों तथा रडार से इसे गायब करने के लिए इसके पथ को बदलने संबंधी संकेतों से यह निष्कर्ष निकाला गया है। बोइंग 777 का बीजिंग से कुआलालम्पुर के लिए आठ मार्च को उड़ान भरने के मात्र एक घंटे बाद जमीन से संपर्क टूट गया था।
मलेशियाई अधिकारियों ने इससे पहले बताया था कि रडार के आंकड़े के अनुसार विमान पीछे मुड़ गया होगा और इसने चीन की राजधानी की ओर पूर्वोत्तर पथ की ओर प्रस्थान के बाद मलेशियाई प्राय:द्वीप को पार किया होगा। इससे पहले एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ता विमान के लापता होने में मानवीय हस्तक्षेप की संभावना की जांच कर रहे हैं।
अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अन्य अनुमानों की अभी जांच की रही है लेकिन मानवीय हस्तक्षेप की ओर इशारा करने वाला मुख्य साक्ष्य यह है कि विमान पर संदेश प्रणाली बंद होने से करीब 12 मिनट पहले बोइंग 777 के ट्रांसपोंडर से संपर्क टूट गया था। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर इतना अंतर नहीं होगा। मलेशियाई अधिकारी ने बताया कि केवल एक दक्ष चालक ही विमान को इस तरह उड़ा सकता है।
अधिकारी ने बताया कि यह 50 प्रतिशत से अधिक डिग्री की निश्चितता से सिद्ध हुआ है कि विमान के असैन्य रडार से संपर्क टूटने के बाद यह सैन्य रडार के संपर्क में आया। यह अस्पष्ट है कि कोई ऐसा क्यों करना चाहेगा। मलेशियाई अधिकारी विमान में सवार दो चालकों और चालक दल के 10 सदस्यों के अलावा पांच भारतीयों समेत 227 यात्रियों की पृष्ठभूमि की तत्काल जांच करेंगे।
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि विमान के लापता होने का सबसे संभावित विवरण यह हो सकता है कि चालक ने आत्महत्या की हो, जैसे कि 1997 में सिंगापुर से जकार्ता जाने वाला सिल्कएयर और 1999 में इजिप्टएयर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
उधर, पिछले शुक्रवार से रहस्यमयी तरीके से गायब मलेशियन एयरलांइस के एक विमान की तलाशी के लिए चलाया जा रहा अभियान आज भारत में चेन्नई तट तक पहुंच गया। कुआलालंपुर से ताजा अनुरोध के बाद भारत बंगाल की खाड़ी में तलाशी अभियान चलाने में अपना सहयोग देने के लिए तैयार हो गया है। अधिकारियों ने कहा कि मलेशिया का अनुरोध मानते हुए भारत ने चेन्नई तट से करीब 300 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में 9,000 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा के क्षेत्र में अपना तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
लापता विमान के बारे में आ रही विरोधाभासी खबरों से यह रहस्य और गहरा गया है कि 239 लोगों को लेकर जा रहा बोइंग एमएच 370 विमान आखिर गया कहां। एक रिपोर्ट में बताया गया कि रडार से संपर्क टूटने के बाद विमान वापस लौटा और मलेशिया के उपर से गुजरा। एक अन्य रिपोर्ट में एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि जांच अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं यह मामला समुद्री डकैती का तो नहीं है।
अमेरिका ने तैनात किया पी-8ए पोसीडन वाशिंगटन : अमेरिका ने पिछले सप्ताह लापता हुए मलेशियाई विमान को बंगाल की खाड़ी में तलाश करने के लिए अत्याधुनिक पी-8ए पोसीडन विमान को तैनात किया है। पेंटागन के प्रवक्ता आर्मी कर्नल स्टीवन वारेन ने कल कहा, पी-8 बंगाल की खाड़ी में विमान की तलाश करेगा। पी-8ए पोसीडन लंबी दूरी की समुद्री निगरानी की क्षमता रखता है। चालक दल के नौ लोग इसके अत्याधुनिक सेंसरों का संचालन करेंगे। पेंटागन भारतीय नौसेना के साथ मिलकर बचाव एवं खोज के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में सहयोग कर रहा है। वारेन ने कहा कि एक निर्देशित प्रक्षेपास्त्र विध्वंसक यूएसएस किड अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी में विमान की तलाश करेगा जबकि पी-8ए पोसीडन अधिक बड़े इलाके बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से और हिंद महासागर के उत्तरी हिस्से में तलाश करेगा। उन्होंने कहा, ‘हम पी-8ए को लेकर बहुत उत्साहित हैं क्योंकि इसकी क्षमताएं काफी अधिक हैं।
व्हाइट हाउस ने कहा कि मलेशियाई सरकार जांच का नेतृत्व कर रही है और अमेरिकी हवाई सुरक्षा अधिकारी जांच को लेकर कुआलालम्पुर में मलेशियाई सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा, यह मुश्किल और असामान्य स्थिति है और हम मलेशियाई सरकार के साथ मिलकर कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि विमान में क्या हुआ, इसके संभावित परिदृश्यों की जांच की जा सके। उन्होंने कहा, अमेरिकी सरकार स्थिति पर निकटता से नजर रख रही है और हम जांच में हर प्रकार की उचित सहायता मुहैया कराने के लिए एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय साझीदारों के संपर्क में हैं। कार्नी ने कहा, हम तलाशी अभियानों में भी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। हम उपयुक्त साधन तैनात करने को लेकर हमारे अंतरराष्ट्रीय साझीदारों से विचार विमर्श कर रहे हैं।
First Published: Saturday, March 15, 2014, 10:29