Last Updated: Tuesday, February 11, 2014, 12:25
बेरूत : सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में हुआ संघर्ष विराम तीन दिन और बढ़ने के बाद सहायता अधिकारियों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकालने का काम तेज कर दिया। सरकारी बलों ने इन इलाकों में एक साल से अधिक समय से नाकाबंदी कर रखी थी। शुक्रवार को शुरू हुआ संघर्ष विराम लगातार जारी गोलीबारी से प्रभावित रहा जिसकी वजह से कुछ लोग बाहर नहीं जा सके और घेरेबंदी वाले इलाकों में मदद पहुंचा रहे खाद्य सहायता अधिकारियों की संख्या भी सीमित रही।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख वालेरेई अमोस ने दोनों पक्षों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र और सीरिया रेड क्रीसेंट के कार्यकताओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया। अमोस ने कहा कि होम्स में अब तक 800 नागरिकों को बाहर निकाला गया है। इस बीच कार्यकर्ताओं ने कल होम्स में सांप्रदायिक हिंसा की जानकारी दी।
ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संगठन सीरियन ऑब्जर्वेटरी फोर ह्यूमन राइट्स के रमी अब्दुररहमान ने बताया कि अलकायदा समर्थित विद्रोहियों ने दो दर्जन से अधिक नागरिकों की हत्या कर दी। मृतकों में एक पूरा परिवार शामिल है। विद्रोहियों ने रविवार को अल्पसंख्यक अलावी समुदाय की आबादी वाले एक गांव पर हमला किया। उन्होंने साथ ही कहा कि विद्रोहियों ने गांव में करीब 20 स्थानीय लड़ाकों की भी हत्या कर दी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 11, 2014, 12:25