मुरसी ने मिस्र की अदालत से कहा-मैं राष्ट्रपति हूं

मुरसी ने मिस्र की अदालत से कहा-मैं राष्ट्रपति हूं

मुरसी ने मिस्र की अदालत से कहा-मैं राष्ट्रपति हूंकाहिरा : बतौर राष्ट्रपति अपने एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान हत्या और हिंसा के लिए उकसाने के मामले में आरोपों का सामना करने पर कुर्सी से हटाए गए राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी ने सोमवार को इस सुनवायी को ‘गैर-कानूनी’ करार दिया और उनके बजाए ‘सैन्य तख्ता पलट’ में शामिल नेताओं के खिलाफ सुनवायी की मांग की।

सेना द्वारा जुलाई में पद से हटाए जाने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से बाहर आए मुरसी ने अदालत को ‘गैर-कानूनी’ बताते हुए कहा, ‘‘मैं डॉक्टर मोहम्मद मुरसी, इस गणतंत्र का राष्ट्रपति हूं।’’ बंदियों के सफेद वस्त्र के स्थान पर सूट पहनकर अदालत में पेश हुए 62 वर्षीय मुस्लिम ब्रदरहुड नेता ने कहा, ‘‘यह अदालत गैर कानूनी है।’’

उन्होंने अपनी बेदखली की आलोचना की और तख्तापलट करने वाले सैन्य अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की। मुरसी ने कहा, ‘‘यह सैन्य तख्ता पलट था। तख्ता पलट के नेताओं के खिलाफ सुनवायी होनी चाहिए। तख्ता पलट देशद्रोह और अपराध है।’’

मुरसी की टिप्पणी और उनके द्वारा कैदियों के कपड़े पहनने से इनकार किए जाने के बाद न्यायाधीश ने सुनवायी को आठ जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया ताकि अभियोजन और बचाव पक्ष दस्तावेजों का अध्ययन कर सकें।

सुनवायी के दौरान मोहम्मद मुरसी ने जोर देकर कहा कि वह देश के वैध राष्ट्रपति हैं और तीन जुलाई को हुए तख्ता पलट के संबंध में उन्होंने मिस्र की न्यायपालिका से अनुरोध किया कि वह तख्ता पलट के अपराधियों का बचाव न करे।

राष्ट्रपति की ओर से अपने अधिकारों में विस्तार के लिए जारी किए गए अध्यादेश के खिलाफ दिसंबर 2012 में इतिहादिया राष्ट्रपति भवन के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों पर मुरसी समर्थकों द्वारा किए गए हमले के बाद हुई झड़प में कम से कम 10 लोग मारे गए थे। यदि इस मामले में मुरसी और अन्य 14 लोग दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें उम्र कैद या मौत की सजा हो सकती है।

मुरसी को एक गोपनीय सैन्य अड्डे से अदालत लाया गया था। तख्ता पलट के बाद से वह पिछले चार माह से उसी स्थान पर बंदी हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, November 4, 2013, 23:00

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