Last Updated: Friday, November 22, 2013, 00:10
इस्लामाबाद : भारत ने मुंबई हमले की पांचवीं वषर्गांठ से पहले इस मामले के पाकिस्तानी संदिग्धों के खिलाफ सुनवाई में ‘प्रगति के अभाव’ पर चिंता जताई है।
लश्कर-ए-तोएबा के संस्थापक हाफिज सईद का नाम लिए बगैर भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने कहा कि भारत इस बात को लेकर बहुत चिंतित है कि जिन्हें मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार माना जाता है, वे पाकिस्तन में बहुत सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई मामले की सुनवाई में प्रगति के अभाव को लेकर भी हम बहुत चिंतित हैं। भारतीय जनता की भावनाओं को देखते हुए मुंबई हमले के मामले को बहुत महत्व दिया जाना चाहिए था। राघवन ने कहा कि यह दक्षिण एशिया का एकमात्र आतंकी हमला है जिसके सबूत स्पष्ट रूप से मौजूद हैं।
उन्होंने एक थिंकटैंक के समारोह से इतर कहा कि फर्क यह है कि सूचना, खुफिया जानकारी और सबूत के बीच स्पष्ट तौर पर संबंध स्थापित होता है। ऐसा दक्षिण एशिया में किसी आतंकी हमले के संदर्भ में पहली बार हुआ है।
भारतीय उच्चायुक्त ने कहा कि भारत ने हमले के दौरान आतंकवादियों और पाकिस्तान के उनके आकाओं के बीच बातचीत को रिकॉर्ड किया था। मुंबई हमले को लेकर पाकिस्तान में जकीउर रहमान लखवी सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 22, 2013, 00:10