यूक्रेन में रूस ने किया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन : ओबामा

यूक्रेन में रूस ने किया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन : ओबामा

यूक्रेन में रूस ने किया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन : ओबामावाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि रूस ‘इतिहास के गलत पक्ष’ की ओर है और यूक्रेन में इसकी घुसपैठ एक राष्ट्र की संप्रभुत्ता पर हमला है। ओबामा ने रूस को चेतावनी दी कि यदि वह अपना यह मार्ग तत्काल नहीं बदलता है तो वह आर्थिक एवं राजनयिक विकल्पों के जरिए मॉस्को को सजा देने पर विचार करेगा।

ओबामा ने जोर देकर कहा कि अमेरिका का हित यह देखने में है कि यूक्रेन के लोग अपना भाग्य स्वयं तय करने में सक्षम हों।

उन्होंने यहां दौरे पर आए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में व्हाइट हाउस के संवाददाताओं से कहा, ‘ मेरा हित यह देखने में है कि यूक्रेन के लोग अपने भाग्य का निर्धारण स्वयं करने में सक्षम हों।’ ओबामा ने कहा, ‘रूस के यूक्रेन के साथ मजबूत ऐतिहासिक संबंध हैं.. दोनों देशों के बीच मजबूत वाणिज्यिक संबंध हैं और इसलिए मुझे लगता है कि इन सभी हितों का ध्यान रखा जा सकता है।’

ओबामा ने कहा कि अमेरिका और उसके वैश्विक साझीदार अंतरिम यूक्रेनी सरकार का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, ‘विश्व भर के देशों की ओर से हो रही कड़ी निंदा यह दर्शाती है कि रूस इस मामले पर इतिहास के गलत पक्ष की ओर किस हद तक है।’ उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री जॉन केरी कीव जाकर यूक्रेनी लोगों को अमेरिका के समर्थन के बारे में बताएंगे। वह यूक्रेन को आर्थिक सहायता के लिए विशेष पैकेज का प्रस्ताव देंगे। अमेरिका इस संकट के बीच भी अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने को लेकर चिंतित है।

ओबामा ने कहा, ‘हम रूस को यह भी संकेत दे रहे हैं कि यदि वह अपने मौजूदा पथ की ओर अग्रसर रहता है तो हम आर्थिक और राजनयिक समेत सभी कदमों की पूरी श्रृंखला की जांच कर रहे हैं जिससे रूस अलग-थलग पड़ जाएगा। इसका रूस की अर्थव्यवस्था और उसकी प्रतिष्ठा पर नकारात्मक असर पड़ेगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमने जी-8 शिखर सम्मेलन की तैयारियों को पहले ही निलंबित कर दिया है। मुझे लगता है कि आप इसके बाद भी ऐसे कई कदमों की अपेक्षा कर सकते हैं। हम उन सभी मामलों पर नजर रख रहे हैं जिनका कल जॉन केरी ने जिक्र किया था।’ओबामा ने कहा कि उन्होंने सप्ताहांत यूरोप के नेताओं के साथ बात करने में बिताया।

ओबामा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि विश्व यह मानने में काफी हद तक एकजुट है कि रूस ने यूक्रेन की संप्रभुत्ता, उसकी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है, कि उसने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है, कि रूस ने उन समझौतों का उल्लंघन किया है जिसमें उसने बताया था कि वह अपने पड़ोसियों के साथ कैसा व्यवहार करता है और उनका कितना सम्मान करता है।’

ओबामा ने कहा,‘और इसके परिणामस्वरूप हमें नाटो, जी7 से कड़े बयान मिले हैं जिसमें उन्होंने रूस की कार्रवाई की निंदा की है। हम इस सप्ताह इन राजनयिक प्रयासों को जारी रखेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘रूस के सामने प्रश्न यह है कि यदि उसकी चिंता यह है कि यूक्रेन के सभी लोगों के अधिकारों का सम्मान किया जाए, यदि वास्तव में उनकी प्राथमिक चिंता यह है कि रूसी नागरिकों को किसी तरह नुकसान न हो या उनसे भेदभाव न हो तो हमें अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को तैनात करने में सक्षम होना चाहिए।’

ओबामा ने कहा कि विभिन्न पक्षों के बीच मध्यस्थता के अंतरराष्ट्रीय प्रयास के जरिए एक ऐसा समझौता किया जाना चाहिए जो अमेरिका या रूस नहीं अपितु यूक्रेन के लोगों के लिए संतोषजनक हो। उन्होंने कहा कि अमेरिका रूस के साथ इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट रहा है कि ऐसा संयुक्त राष्ट्र या ओएससीई या किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन के जरिए कैसे किया जाना चाहिए।

उन्होंने इस मामले में कुछ किए जाने की कांग्रेस की मांग का जिक्र करते हुए कहा कि इस समय एक काम यह किया जा सकता है कि प्रशासन के साथ बात करके यूक्रेन के लोगों को सहायता पैकेज मुहैया कराया जाए। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, March 4, 2014, 12:10

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