Last Updated: Friday, April 18, 2014, 10:03

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जिनीवा में हुए समझौते के बाद कहा है कि उन्हें यूक्रेन में गंभीर हालात के सामान्य होने की उम्मीद है लेकिन इस बात को लेकर आशंकाएं भी जाहिर की हैं कि क्या रूस अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेगा ?
ओबामा ने जिनीवा में अमेरिका, रूस, यूक्रेन और यूरोपीय संघ की चार पक्षीय वार्ता के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं नहीं समझता कि हम इस समय किसी चीज के बारे में आश्वस्त हो सकते हैं। मुझे लगता है कि संभावना है कि कूटनीति से स्थिति संभल जाए और हम अपने लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में बढ़ सकें जो कि यूक्रेन को अपने जीवन के बारे में अपने फैसले खुद करने की स्वतंत्रता देना है।’’
ओबामा ने कहा कि वार्ता के बाद वादों के संबंध में जारी किया गया भारी भरकम बयान संकेत देता है कि इमारतों पर कब्जा जमाए बैठे सभी अनियमित बलों, मिलिशिया और समूहों के निरस्त्रीकरण की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘स्वैच्छिक तरीके से हथियार डालने वालों के लिए माफी की भी पेशकश थी ताकि पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन में कानून व्यवस्था बहाल की जा सके।’’
ओबामा ने कहा, ‘‘रूस ने उस बयान पर हस्ताक्षर किए हैं। और अब सवाल यह पैदा होता है कि क्या वे व्यवस्था बहाली के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेंगे ताकि यूक्रेनवासी चुनाव करा सकें, विकेंद्रीकृत सुधारों की दिशा में बढ़ सकें, अर्थव्यवस्था को स्थिर कर सकें और विकास तथा लोकतंत्र के रास्ते पर बढ़ सकें और उनकी स्वायत्तता का सम्मान किया जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पिछले प्रदर्शन को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि हम उन पर भरोसा कर सकते हैं और हमें पूर्वी तथा दक्षिणी यूक्रेन में रूसियों के हस्तक्षेप के प्रयासों का जवाब देने के लिए तैयार रहना होगा।’’
ओबामा ने कहा, ‘‘यदि वास्तव में हम कुछ सुधार देखते हैं तो निश्चित रूप से यह सकारात्मक होगा।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन में किसी प्रकार के सैन्य हस्तक्षेप की आशंका से इनकार किया और क्षेत्र में अशांति फैलाने के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 18, 2014, 10:03