Last Updated: Wednesday, November 27, 2013, 13:21
वाशिंगटन : भारत में लोगों की दुश्वारियां हाल के वर्षों में दोगुनी से भी अधिक हो गई है, जहां हर चौथा व्यक्ति हालिया वर्षों में देश के खराब आर्थिक प्रदर्शन की मार झेल रहा है।
अमेरिकी सर्वेक्षण एजेंसी गैलप के नवीनतम सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह बात कही गई, जिसके मुताबिक, भारत में दुश्वारियां बढ़ने की वजह से दक्षिण एशिया की दुश्वारियों में भी इजाफा देखने को मिला है। इसमें कहा गया है कि वर्ष 2010 से 2012 के बीच भारतीयों की औसत पीड़ा में वर्ष 2006 से 2008 के बीच के मुकाबले दोगुना से अधिक इजाफा हुआ है।
इसने कहा, ‘भारतीयों की खुशहाली में आई इस अहम गिरावट की मूल वजह संभवत: देश का निराशाजनक आर्थिक प्रदर्शन है। भारत की विकास दर वर्ष 2010 की पहली तिमाही के 9.4 फीसदी से घटकर वर्ष 2013 की दूसरी तिमाही में अब 4.4 फीसदी हो गयी है।’
गैलप ने कहा कि भ्रष्टाचार और लाल फीताशाही रोकने के अलावा श्रमिक, उर्जा एवं भूमि के मामले में अपने बाजार को उदार बनाने में भारत सरकार की असफलता यह बताती है कि विश्व बैंक क्यों इस देश को व्यापार करने के लिए बुरी जगह की सूची में रखे हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 27, 2013, 13:21