Last Updated: Monday, May 12, 2014, 22:53

न्यूयार्क : निर्वासित चल रहीं बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सोमवार को कहा कि उनके स्तन की गांठ घातक नहीं है।
तस्लीमा ने ट्वीट किया कि यह (गांठ) घातक नहीं है।
न्यूयार्क के एक अस्पताल में सर्दी लगने पर इलाज कराने गई तस्लीमा (51) को स्तन में गांठ का पता चला था। उनकी बायोप्सी रिपोर्ट आज आनी थी।
तस्लीमा द्वारा बायोप्सी रिपोर्ट पोस्ट करने के बाद उनके ट्विटर एकाउंट पर कई बधाई संदेश आए।
इस लेखिका ने आज सुबह ट्वीट किया था, ‘‘आठ घंटे बाद सुबह नौ बजे मुझे मेरे स्तन की गांठ की बायोप्सी रिपोर्ट मिलेगी। मुझे नहीं पता इसमें क्या होगा। मुझे सोने की कोशिश करनी चाहिए। सभी के लिए प्यार’’ वह 26 अप्रैल को न्यूयार्क आई थीं और छह मई को उनकी बायोप्सी हुई थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 12, 2014, 22:53