Last Updated: Monday, May 19, 2014, 09:54
ज़ी मीडिया ब्यूरो/संजीव कुमार दुबेलंदन: लापता मलयेशियाई विमान एमएच 370 एक बार फिर सुर्खियों में है। एक नई किताब `द मिस्ट्री` में खुलासा किया गया है कि विमान दरअसल सेना की कार्रवाई का शिकार हुआ था। किताब के मुताबिक थाइलैंड-अमेरिकी सैन्य अभ्यास के दौरान यह विमान गलती से निशाने पर गया। फिर इसे हवा में ही उड़ा दिया गया। इसके मलबे नेस्तोनाबूद होकर प्रशांत महासागर में समा गए जिन्हें आज तक ढूंढा नहीं जा सका है। यह आशंका जताई गई है कि विमान के इतने टुकड़े हो गए है कि उनका मलबा ढूंढा जाना लगभग नामुमकिन है।
इस किताब में दावा किया गया है कि लापता विमान के लोगों के घरवाले कभी नहीं जान पाएंगे कि आखिर इस घटना में हुआ क्या था। किताब के मुताबिक जहाज पर हमला करके उसे गिरा दिया गया था, जिसके बाद उसका एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से संपर्क टूट गया। एक चश्मदीद के हवाले से यह भी दावा किया गया है कि थाइलैंड की खाड़ी में जलते हुए विमान को गिरते देखा था जिस समय थाइलैंड और अमेरिका के बीच जमीन, हवा और पानी में युद्ध का अभ्यास चल रहा था। तब एक सैनिक ने अचानक मलयेशियाई विमान पर गोली चला दी।
यह किताब एक न्यूजीलैंड के गवाह के हवाले से कहती है कि इसके उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान पर हमला किया गया जिसमें विमान में सवार सभी यात्री मारे गए। विमान का संचार तंत्र उड़ान भरने के तुरंत बाद ठप्प हो गया था इससे भी इस तथ्य की पुष्टि होती है।
गौर हो कि 8 मार्च को मलेशियाई विमान ने क्वालालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरी थी। इस विमान में 14 देशों के 239 लोग सवार थे। किताब यह खुलासा करती है कि तलाशी में लगी एजेंसियों ने गलत रिपोर्ट दी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Monday, May 19, 2014, 09:20