Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 23:35
रामानुज सिंहक्रिकेट के भगवान सचिन रमेश तेंदुलकर अपने क्रिकेट जीवन के अंतिम पड़ाव पर हैं। टी-20 और वनडे क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अब वे टेस्ट क्रिकेट को भी बाय बाय करने की घोषणा कर चुके हैं। अंतिम टेस्ट सीरीज के पहले मैच को लेकर सचिन के फैंस और बीसीसीआई काफी उत्साहित हैं। वे इस विदाई सीरीज को यादगार बनाने के लिए कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं। लेकिन बड़ा सवाल ये कि क्या सचिन आज अपने प्रशंसकों को अपने खेल का वो रंग दिखा पाएंगे जिसकी उनसे उम्मीद की जा रही है?
सचिन का यह 199वां टेस्ट मैच सिटी ऑफ ज्यॉय के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर कोलकाता महानगर के ईडन गार्डन में खेला जा रहा है। पूरा शहर सचिन के रंग में रंग चुका है। सड़क हो या मेट्रो ट्रेन, ईडन गार्डन हो या कोलकाता में लोगों का घर सब सचिनमय है। यदि आप कोलकाता की सड़कों पर जाएं तो पता चल जाएगा कि इस शहर ने सचिन के लिए किस तरह से पलकें बिछा दिए हैं। शहर में सचिन के पोस्टर के अलावे सचिन की मोम की प्रतिमा भी लगाई गई है।
सचिन टेस्ट मैच से पहले नेट अभ्यास के लिए पहुंचे तो गुलाब की पंखुरियां से उनका स्वागत किया गया। सचिन के लिए ईडन गार्डन में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो उनके जीवन के अमूल्य क्षणों को प्रदर्शित करती है। सचिन को कोलकाता में ठीक उसी तरह का सम्मान मिल रहा, जो किसी राजनयिक को मिलता है। इतना ही नहीं टेस्ट मैचों के टिकट पर सचिन छाए हुए हैं। कोलकाता के क्रिकेटप्रेमियों में एक अजीब सा उत्साह है। जब सचिन मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे तो ईडन गार्डन पर उनके लिए तैयार किए गए गीत बजेंगे। कोलकाता में जिस तरह का सम्मान सचिन को दिया जा रहा, वह सम्मान तो बंगाल के टाइगर सौरव गांगुली को भी कभी नसीब नहीं हुआ।
क्रिकेट प्रेमियों के इस बेहतरीन सम्मान को क्रिकेट के भगवान सचिन अपने बल्ले से यादगार बना पाएगें? सचिन अपने फैंस के लिए ईडन गार्डन पर शतक जमा पाएंगे? ईडन गार्डन पर अंतिम मैच खेल रहे सचिन से इस अंतिम सीरीज में भी फैंस की अपेक्षाएं कम नहीं हुई हैं। सभी चाहते हैं सचिन उनके हीरो शतक जमाकर ईडन गार्डन को अलविदा कहे। हालांकि राहुल द्रविड़ का कहना है कि सचिन अंतिम सीरीज में शतक बनाए या नहीं इस कोई फर्क नहीं पड़ता है। उनकी विदाई बेहतरीन होगी। सचिन अपना अंतिम और 200वां टेस्ट मुंबई में खेलेंगे।
रिकॉर्ड के बादशाह सचिन कोलकाता के ईडन गार्डन पर वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 199वां टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरते ही अपने नाम पर एक और रिकॉर्ड दर्ज कर लिया। किसी एक मैदान पर सर्वाधिक मैच खेलने का नया भारतीय रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज हो गया। उन्होंने ईडन गार्डन पर अब तक 12 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें 47.88 की औसत से 862 रन बनाए हैं। ईडन पर सर्वाधिक मैच खेलने का रिकॉर्ड तेंदुलकर के ही नाम पर है लेकिन जहां तक किसी एक मैदान पर सर्वाधिक मैच खेलने का सवाल है तो वह यह रिकॉर्ड संयुक्त रूप से सुनील गावस्कर और तेंदुलकर के नाम पर था।
गावस्कर ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम चेपक में 12 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1018 रन बनाए हैं। इस तरह से ईडन पर सचिन अपना 13वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं, जो नया भारतीय रिकॉर्ड है। यह स्टार बल्लेबाज हालांकि विश्व रिकॉर्ड से काफी पीछे है जो श्रीलंका के महेला जयवर्धने के नाम पर है। जयवर्धने कोलंबो सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड पर 25 मैच खेल चुके हैं। श्रीलंका के महान स्पिनर मुथया मुरलीधरन ने इस मैदान पर 24 मैच खेले हैं। ईडन गार्डन के बाद सचिन ने मोहाली के पीसीए स्टेडियम में 11 मैच खेले हैं। इसमें अब वानखेड़े स्टेडियम का नाम भी जुड़ जाएगा जहां तेंदुलकर अब तक दस मैच खेल चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला और चेन्नई के चेपक स्टेडियम में भी 10-10 मैच खेले हैं।
सचिन हालांकि अभी तक किसी भी मैदान पर अपनी रनसंख्या 1000 तक नहीं पहुंचा पाए हैं। उनके पास ईडन गार्डन और वानखेड़े में यह उपलब्धि हासिल करने का मौका रहेगा। ऐतिहासिक ईडन गार्डन पर 1000 या इससे अधिक रन बनाने वाला दूसरा बल्लेबाज बनने के लिए तेंदुलकर को केवल 138 रन की दरकार है। वीवीएस लक्ष्मण ने ईडन पर दस मैचों में 1217 रन बनाए हैं जो कि किसी एक मैदान पर सर्वाधिक रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड है। सचिन ने ईडन पर दो शतक और छह अर्धशतक जमाए हैं। वह इस मैदान पर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ (962 रन) के बाद तीसरे नंबर पर हैं।
सचिन को अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में 1000 टेस्ट रन पूरे के लिए केवल 153 रन चाहिए। इस मैदान पर यह स्टार बल्लेबाज 14 से 18 नवंबर के बीच अपना 200वां टेस्ट मैच खेलेगा। सचिन ने वानखेड़े में अब तक 10 टेस्ट मैचों की 18 पारियों में 47.05 की औसत से 847 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं।
सचिन का किसी एक मैदान पर अब तक सबसे बेहतर रिकॉर्ड चेन्नई के चेपक स्टेडियम में है जहां उन्होंने 10 मैचों में 88.18 की औसत से 970 रन बनाए हैं। इसमें पांच शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। चेपक के बाद बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम का नंबर आता है जिसमें तेंदुलकर ने नौ मैचों में 869 रन अपने नाम पर लिखवाए। ईडन गार्डन इस सूची में अभी तीसरे और वानखेड़े चौथे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर सचिन के बल्ले से केवल पांच टेस्ट मैचों में 785 रन निकले हैं जिसमें नाबाद 241 रन की ऐतिहासिक पारी भी शामिल है।
उन्होंने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में 759 रन, पीसीए स्टेडियम मोहाली में 767 रन, कोलंबो के सिंहलीज स्पोर्ट्स काम्पलेक्स में 698 रन, नागपुर के विदर्भ सीए मैदान पर 679 रन और अहमदाबाद के सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम पर 642 रन बनाए हैं।
इस ऐतिहासिक ईडन गार्डन को सचिन के अंतिम टेस्ट सीरीज के पहले मैच के लिए खास तरह से सजाया गया है। स्टेडियम के बाहर सचिन की विशालकाय कटआउट और होर्डिंग लगाए गए हैं। एक होर्डिग पर लिखा है-`तुम्हें सपने देखने और उनका पीछा करने का हक है, क्योंकि सपने वाकई सच होते हैं।` इस प्रेरक उक्ति के साथ टीम इंडिया में शामिल कई खिलाड़ियों ने अपना करियर शुरू किया होगा और आज उन्हें भारतीय क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ी के साथ खेलने और मैदान में रहते हुए उन्हें विदा होते देखने का मौका मिल रहा है।
First Published: Wednesday, November 6, 2013, 10:55