Last Updated: Saturday, September 8, 2012, 23:03

नई दिल्ली : मौसमी मांग के बीच मजबूत वैश्विक संकेतों के कारण स्टाकिस्टों की आक्रामक लिवाली से सोने की कीमत शनिवार को 32,450 रुपए प्रति 10 ग्राम के सर्वोच्च ऊंचाई को छू गया।
अमेरिका के कम रोजगार आंकड़े की सरकारी खबर के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा वैश्विक विकास के लिए अधिक उत्प्रेरक उपाय किए जाने के अनुमानों को बल मिला जिससे सोने का भाव विदेशी बाजारों में छह माह के उच्चतम स्तर को छू गया जो स्तर पहले देखने को नहीं मिला था।
न्यूयार्क में सोने की कीमत 34 डॉलर की तेजी के साथ 1,735.30 डॉलर प्रति औंस हो गई जो 29 फरवरी के बाद सर्वाधिक लाभ की स्थिति को दर्शाता है।
इसके अलावा आगामी शादी विवाह के मौसम में स्टाकिस्टों की सतत लिवाली तथा तुरत-फुरत लाभ कमाने के मकसद से धन निवेश किए जाने से भी तेजी के रुख को बल मिला।
मजबूती के आम रुख के अनुरूप औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की उठान बढ़ने से चांदी की कीमत 2,100 रुपए की तेजी के साथ 61,800 रुपए प्रति किग्रा हो गई।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के महासचिव सुरेन्द्र जैन ने कहा, सोने की कीमत मजबूत होते वैश्विक रुख से संबद्ध है तथा नवरात्र और दीवाली जैसे आगामी त्यौहारों को देखते हुए आगे आने वाले दिनों में और ऊंचाई पर जा सकते हैं। जैन ने कहा कि वैश्विक तेजी ऐसे समय में आ रही है जब बाजार पहले से ही स्टाकिस्टों के कब्जे में है तथा कमजोर रुपया सोने के आयात को और महंगा बना रहा है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 8, 2012, 16:14