Last Updated: Thursday, October 25, 2012, 17:11
न्यूयॉर्क : दुनिया की 50 सर्वाधिक नवप्रवर्तनशील कंपनियों में पांच भारतीय कंपनियां शामिल हैं। ये कंपनियां लार्सन एंड टूब्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस, टीसीएस तथा सन फार्मा हैं। इंजीनियरिंग कंपनी एल एंड टी शीर्ष 10 कंपनियों में जगह बनाने में सफल रही हैं।
अमेरिका की कारोबारी पत्रिका फोर्ब्स की सूची में आईटी कंपनी सेल्सफोर्स डॉट कॉम शीर्ष स्थान पर है। भारतीय कंपनियों में एल एंड टी नौवें, एचयूएल 12वें, इंफोसिस 19वें, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (29वें) तथा सन फार्मा (38वें) स्थान पर हैं। वैश्विक सूची में सेल्सफोर्स डॉट कॉम के बाद क्रमश: सॉफ्टवेयर कंपनी रेड हैट तथा चीन की बियादु, इंटीट्यूटिव सर्जिकल, जापान की इंटरनेट खुदरा कंपनी राकुतेन, एडवर्ड लाइफसाइंसेस, एल एंड टी तथा एआरएम होल्डिंग्स का स्थान हैं। शीर्ष 10 कंपनियों में सात अमेरिकी कंपनियां हैं जबकि चीन, जापान तथा भारत की एक-एक कंपनियां इसमें शामिल हैं।
बहरहाल, सूची में एल एंड टी, एचयूएल तथा इंफोसिस जैसी भारतीय कंपनियां स्टाबक्स (21वें), एस्टी लाउडर (23वें), गूगल (24वें), दानोन (25वें), एप्पल (26वें), पी एंड जी (27वें) तथा डियाजिओ (33वें) जैसी कंपनियों से आगे हैं। फोर्ब्स के अनुसार सूची ‘इनोवेशन प्रीमियम’ के आधार पर तैयार की गई है।
इनोवेशन प्रीमियम का आंकलन इस आधार पर किया जाता है कि कोई निवेशक भविष्य के शोध परिणाम (नए उत्पाद, सेवा तथा बाजार) की उम्मीद पर संबंधित कंपनी के मौजूदा कारोबार के मूल्य के मुकाबले कितने उच्च मूल्य पर शेयर की बोली लगाता है। सूची तैयार करते समय केवल उन कंपनियों पर विचार किया गया जिनका न्यूनतम बाजार पूंजीकरण 10 अरब डॉलर है, उन्होंने अपनी आय का कम-से-कम 2.5 प्रतिशत शोध एवं विकास पर खर्च किया तथा उनके पास सात साल का सार्वजनिक आंकड़ा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 25, 2012, 17:11