RBI के कदमों से मुद्रास्फीति नीचे लाने में भी मदद मिलेगी: चिदंबरम

RBI के कदमों से मुद्रास्फीति नीचे लाने में भी मदद मिलेगी: चिदंबरम

RBI के कदमों से मुद्रास्फीति नीचे लाने में भी मदद मिलेगी: चिदंबरमनई दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि रुपए में उतार-चढ़ाव रोकने के लिये रिजर्व बैंक के नकदी में सख्ती के उपायों से मुद्रास्फीति में नरमी लाने में भी मदद मिलेगी।

चिदंबरम ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया, ‘नकदी में सख्ती लाने के उपाय हालांकि मुद्रा बाजार में सट्टेबाजी पर अंकुश लगाने के लिये किये गये हैं लेकिन इसका मुद्रास्फीति को नीचे लाने में भी अनुकूल असर होगा।’

मुद्रा बाजार में सट्टेबाजी से रुपए पर दबाव बढ़ते देख रिजर्व बैंक ने नकदी सोखने के कई कदम उठाये। केन्द्रीय बैंक ने बैंकों के लिये सीमांत स्थायी सुविधा यानी एमएसएफ दर में वृद्धि की है। इस सुविधा के तहत बैंक रिजर्व बैंक से अपनी फौरी आवश्यकता के लिये नकदी उधार लेते हैं। इसके अलावा बैंकों से कहा गया है कि वह नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) राशि को दैनिक आधार पर निर्धारित दर का 99 प्रतिशत पर रखें।

थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में बढ़कर पांच महीने के उच्च स्तर 5.79 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पहले जून में यह 4.86 प्रतिशत पर थी।

चिदंबरम ने आगे कहा कि सरकार मुद्रास्फीति और विशेषकर खाद्य मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिये समय समय पर कई वित्तीय और प्रशासनिक उपाय करती रही है। इन उपायों में गेहूं, प्याज और दलहन आयात पर शुल्क घटाकर शून्य करना और खाद्य तेल तथा दलहन के निर्यात पर रोक लगाना शामिल है।

थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जुलाई माह में दहाई अंक से आगे बढ़कर 11.91 प्रतिशत पर पहुंच गई। रुपया गुरुवार को कारोबार के दौरान एक समय 65.56 रुपए के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार की समाप्ति पर 65.55 रुपए पर बंद हुआ। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 23, 2013, 20:35

comments powered by Disqus