Last Updated: Thursday, July 18, 2013, 15:37

वाशिंगटन: जेल में बंद अरबपति हेज-फंड प्रबंधक राज राजारत्नम को कंपनी की गोपनीय जानकारियां देने (इनसाइडर ट्रेडिंग) के मामले में दोषी पाए गए गोल्डमैन सैच्स के पूर्व भारतीय-अमेरिकी बोर्ड के सदस्य रजत गुप्ता पर इसी से संबंधित मामले में 1.39 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।
64 वर्षीय गुप्ता को स्थायी रूप से शेयर बाजार में सूचीबद्ध किसी भी कंपनी में अधिकारी या निदेशक के रूप में सेवा देने से प्रतिबंधित भी कर दिया गया। उन्हें किसी ब्रोकर, डीलर या निवेश सलाहकार से भी जुड़ने से प्रतिबंधित कर दिया गया। सेक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने बुधवार को न्यूयार्क में एक संघीय न्यायाधीश के एक आदेश का हवाला देते हुए यह घोषणा की।
नियामक ने कहा कि उसने इनसाइडर ट्रेडिंग के पहले के आरोपों में गैलियन समूह के सह-संस्थापक 56 वर्षीय राजारत्नम से रिकार्ड 9.28 करोड़ डॉलर का जुर्माना हासिल कर लिया है।
गुप्ता को 15 जून 2012 को गोल्डमैन सैच्स में बर्कशायर हैथवे की पांच अरब डॉलर निवेश की योजना के बारे में और बैंक की 2008 की दूसरी और चौथी तिमाही के वित्तीय परिणामों के बारे में ऐसी सूचनाएं राजारत्नम को देने का दोषी पाया गया था, जो सार्वजनिक नहीं थीं।
अक्टूबर में गुप्ता को दो साल कारावास की सजा सुनाई गई थी और 50 लाख डॉलर आपराधिक जुर्माना भरने का आदेश दिया गया था।
एसईसी के प्रवर्तन खंड के सह-निदेशक जॉर्ज एस. कैनीलो ने कहा कि लगाई गई पाबंदी बोर्ड सदस्यों को स्पष्ट संदेश देती है, जिन पर उन कंपनियों की गोपनीय जानकारियों की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी दी जाती है, जिनमें वे काम करते हैं।
राजारत्नम को 2011 में षड्यंत्र और प्रतिभूति घोटाला में दोषी पाया गया था, जिसके विरुद्ध याचिका वह जून में हार गया था। उस पर एसईसी मामले में रिकार्ड 9.28 करोड़ डॉलर जुर्माना लगाया गया था। इसके अतिरिक्त उसके खिलाफ आपराधिक मामले में एक करोड़ डॉलर जुर्माना भरने और 5.38 करोड़ डॉलर से अधिक की जब्ती का आदेश दिया गया था। वह फिलहाल मैसाचुसेट्स के अइयर में फेडरल मेडिकल सेंटर डेवेंस में 11 साल की कारावास सजा काट रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 18, 2013, 15:37