Last Updated: Friday, October 28, 2011, 03:26
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में एयर इंडिया के हालात पर मंत्रियों के एक समूह की बैठक शुक्रवार को होगी। पहले यह बैठक पहले गुरुवार को होनी थी।
विमानन कम्पनी एयर इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक मंत्रियों का समूह विमानन कम्पनी की स्थिति और उसे वित्तीय सहायता देने के मुद्दे पर विचार करेगा।
अधिकारी ने कहा कि विमानन कम्पनी को सहायता के रूप में एक बड़ी राशि देने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रियों का समूह विमानन कम्पनी के एक प्रस्ताव पर भी विचार करेगा, जिसमें छोटी अवधि के ऋण को लम्बी अवधि के ऋण में बदलने का प्रस्ताव रखा गया है।
मंत्रियों का समूह विमानन कम्पनी द्वारा 2005-06 में 27 बोइंग ड्रीमलाइनर के लिए दिए गए ठेके पर भी विचार करेगा।
हाल ही में केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री वायलार रवि ने कहा था कि सरकार विमानन कम्पनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार नहीं करेगी। उन्होंने कहा था कि उनका प्रयास होगा कि वह सबसे पहले कम्पनी को न नफा, न नुकसान वाली स्थिति में ले आएं।
मंत्रियों के समूह की पिछली बैठक 18 अगस्त को हुई थी। इसमें तेल कम्पनियों द्वारा विमानन कम्पनी को कर्ज की सीमावधि दो-तीन महीनों के लिए बढ़ा दी गई थी।
मंत्रियों के समूह का गठन विमानन कम्पनी के सुधार और इसके वित्तीय पुनर्गठन के लिए किया गया है। विमानन कम्पनी अभी 22,165 करोड़ रुपये के नुकसान तथा 22,000 करोड़ रुपये के कर्ज से दबी है। विमानन कम्पनी को ब्याज के रूप में अपने ऋणदाताओं को 3,200 करोड़ रुपये का भी भुगतान करना है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, October 28, 2011, 20:12