Last Updated: Monday, August 20, 2012, 20:30

नई दिल्ली : हर दिन पांच एसएमएस भेजने की पाबंदी से न केवल लाखों मोबाइल ग्राहकों को दिक्कत हो रही है बल्कि दूरसंचार कंपनियों की मासिक आय में इससे 7 से 8 प्रतिशत नुकसान होने का अनुमान है। दूरसंचार कंपनियों के संगठन सीओएआई ने यह बात कही है।
सरकार ने अफवाह रोकने के इरादे से देश भर में 18 अगस्त से 15 दिन के लिए बड़ी संख्या में एसएमएस तथा एमएमएस भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अफवाहों के कारण बेंगलूर, हैदराबाद तथा पुणे जैसे शहरों से पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों का पलायन हुआ।
ऐसी रिपोर्ट थी कि असम हिंसा पर देश के दूसरे भागों में रहने वाले पूर्वोत्तर राज्यों के निवासियों के बारे में भ्रमित करने वाले एसएमएस भेजे जा रहे हैं। साथ ही छेड़छाड़ करके तैयार किए गए वीडियो भेजे जाने की भी खबर थी।
प्रीपेड ग्राहक रोजाना पांच से अधिक संदेश नहीं भेज सकते वहीं पोस्टपेड ग्राहकों को कोई समस्या नहीं थी। देश में 93 करोड़ मोबाइल ग्राहकों में से 90 प्रतिशत प्रीपेड सेवा लेने वाले उपभोक्ता हैं।
सेल्यूलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) के महानिदेशक राजन एस मैथ्यूज ने कहा, 15 दिन प्रतिबंध का मतलब है कि कंपनियों को इस महीने आय में सात से आठ प्रतिशत का नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि कंपनियों को डेटा सर्विस से 15 से 18 प्रतिशत आय होती है। डेटा सर्विस में एसएमएस भी शामिल है। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 20, 2012, 20:20