Last Updated: Monday, November 12, 2012, 16:23
नई दिल्ली : औद्योगिक उत्पादन और निर्यात में गिरावट को चिंताजनक बताते हुए उद्योग जगत ने सरकार से सुधार उपायों को जारी रखने का आह्वान किया है। उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष आरवी कनोड़िया ने कहा कि सितंबर, 2012 के दौरान औद्योगिक उत्पादन में गिरावट निश्चित रूप से चिंताजनक है क्योंकि इससे यह संकेत मिलता है कि विनिर्माण क्षेत्र गिरावट से अभी नहीं उबरा है।
कमजोर घरेलू और निर्यात मांग हमारे लिए लगातार चिंता के क्षेत्र बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि सरकार सुधार के मोर्चे पर सुस्त ना पड़े और अब उसे जीएसटी को लागू करने और राष्ट्रीय निवेश बोर्ड (एनआईबी) में परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए प्रभावी एवं समयबद्ध तरीके से समन्वित व्यवस्था स्थापित करने जैसे बड़े सुधारों को आगे बढ़ाने का साहस करने की जरूरत है।
एक अन्य उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में तेज गिरावट चिंता का कारण है। सख्त मौद्रिक नीति लगातार मांग को दबाती रही है। हमारा मानना है कि अब रिजर्व बैंक को हस्तक्षेप करते हुए दरों में कमी लाने की जरूरत है। बनर्जी ने कहा कि मुद्रास्फीति पर अंकुश जरुरी है लेकिन सीआईआई का मानना है कि केन्द्रीय बैंक को हस्तक्षेप करते हुए ब्याज दरों में कमी लानी चाहिए। आर्थिक वृद्धि की पूरी तरह बलि चढ़ाना अर्थव्यवस्था के हित में नहीं। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 12, 2012, 16:23