Last Updated: Monday, July 29, 2013, 18:28

नई दिल्ली : विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने कुछ शर्तों के साथ जेट-एतिहाद सौदे को सोमवार को मंजूरी दे दी। इस सौदे में अबुधाबी की एतिहाद 2,058 करोड़ रुपए में जेट एयरवेज में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद रही है।
एफआईपीबी बैठक में उपस्थित सूत्रों ने कहा कि एफआईपीबी ने कुछ शर्तों के साथ सौदे को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि शर्तों के अनुसार एतिहाद के साथ शेयरधारिता समझौते में किसी तरह के बदलाव के लिए सरकार से पूर्व मंजूरी लेना शामिल है। इसके अलावा, किसी भी तरह के विवाद का निपटान भारतीय कानून के तहत करना होगा न कि अंग्रेजी कानून के तहत।
जेट-एतिहाद द्वारा इन शर्तों पर राजी होने पर सौदे को मंजूरी के लिए आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति के पास भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि एतिहाद जेट एयरवेज के निदेशक मंडल में अपने निदेशकों की संख्या में पूर्व में प्रस्तावित 3 से घटाकर 2 करने पर पहले ही राजी हो चुकी है जिससे ‘प्रभावी नियंत्रण’ भारतीय प्रवर्तकों के पास रहेगा।
एफआईपीबी की बैठक होने से पहले एतिहाद ने अपने भारतीय साझीदार नरेश गोयल के पक्ष में महत्वपूर्ण रियायती कदम उठाए ताकि अधिकारियों को सौदे को मंजूरी देने के लिए राजी किया जा सके।
संशोधित शेयरधारक समझौते के अनुसार जेट एयरवेज में शीर्ष पदों के लिए उचित उम्मीदवारों के बारे में एतिहाद एयरवेज केवल सिफारिशें देने पर सहमत हो गई है, जबकि इससे पहले मूल समझौते में शीर्ष प्रबंधन में अपने व्यक्ति को बिठाने का उसे अधिकार दिया गया था।
संशोधित प्रस्ताव में ‘प्रभावी नियंत्रण’ के संबंध में एफआईपीबी और सेबी की चिंताओं को दूर करने का प्रयास किया गया है।
हालांकि, एतिहाद के साथ शेयरधारिता ढांचे में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा और एतिहाद जेट में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी लेगी, जबकि मुख्य प्रवर्तक नरेश गोयल की कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी और 25 प्रतिशत हिस्सेदारी अन्य निवेशकों के पास रहेगी जिनमें संस्थान और व्यक्ति शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 29, 2013, 17:35